खोह नदी में खनन के गड्ढ़ें ने ले ली चार बहनों के एकलौते भाई की जान
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। खोह नदी में पिछले वर्षों हुए खनन के कारण बनें गड्ढें बच्चों की लगातार जान ले रहे है। सोमवार को खोह नदी में बनें गड्ढ्े ने चार बहनों के एकलौते भाई की जान ले ली है। पिछले वर्ष भी खोह नदी में खनन के कारण बनें गड्ढ़े में दो बच्चों की डूबने से मौत हो गई थी। इसके बाद भी प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। सूचना पर कोतवाली पुलिस अस्पताल पहुंच गई है। पुलिस ने अग्रिम कार्यवाही कर रही है।
ग्रांस्टनगंज निवासी नदीम ने बताया कि वह लकड़ीपड़ाव में एलईडी बल्ब बनाने का काम करते है। कोरोना कफ्र्यू लागू होने से दुकान बंद है तो वह घर पर ही एलईडी बल्ब बना रहे है। उनके पास लकड़ीपड़ाव निवासी नसीम अब्बासी का 14 साल का बेटा मुंतसिफ एलईडी बल्ब बनाने का काम सीखता था। अन्य दिनों की भांति सोमवार को भी वह उसके घर आया, लेकिन थोड़ी देर काम करने के बाद कहीं जाने की बात कहकर वह उसके घर से चला गया। करीब डेढ़ घंटे तक मुंतसिफ के वापस न लौटने पर वह उसकी खोजबीन करते हुए अग्निशमन कार्यालय के पास स्थित पुल के समीप पहुंचा। नदीम ने बताया कि पुल के नीचे खोह नदी में मुंतसिफ बेहोशी की हालत में पानी में तैर रहा था। वह उसे लेकर राजकीय बेस अस्पताल कोटद्वार पहुंचा, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। चिकित्सालय से मिली सूचना के बाद पुलिस मौके पर पहुंच गई है। पार्षद नईम ने बताया कि खोह नदी में खनन के कारण गहरे-गहरे गड्ढे बने हुए है। पिछले दिनों बारिश होने से इन गड्ढ़ों में पानी भरा हुआ है। मुंतसिफ या तो खोह नदी में नहाने या पैर फिसलने के कारण वह गड्ढ़े में डूब गया, जिस कारण उसकी मौत हो गई। मुंतसिफ चार बहनों का एकलौता भाई था। उन्होंने शासन-प्रशासन से पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा दिये जाने की मांग की है।
बता दें कि खोह नदी में पिछले वर्षों हुए खान के कारण गहरे-गहरे गड्ढ़े बनें हुए है। पिछले दिनों बारिश होने से इन गड्ढ़ों में पानी भरा हुआ है। जिस कारण अंदाजा नहीं लग पा रहा है कि कहां पर गड्ढा है और कहां पर नहीं। गड्ढ़ों में पानी भरा होने से छोटे-छोटे बच्चे बिना घर में बताये वहां नहाने के लिए चले जा रहे है। जिससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। प्रशासन को इस ओर ध्यान देना चाहिए।