पाक में आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में भाघ्रत विरोधी बयानों पर विदेश मंत्रालय सख्घ्त
नई दिल्ली, एजेंसी। इस्लामाबाद में आयोजित इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में भारत विरोधी बयानों और संदर्भों की विदेश मंत्रालय ने कड़ी निंदा की है। विदेश मंत्रालय ने गुरुवार को कहा कि इस्लामाबाद में इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में दिए गए संदर्भ झूठ और गलत बयानी पर आधारित थे। विदेश मंत्रालय की यह कड़ी प्रतिक्रिया इस्लामिक सहयोग संगठन यानी ओआईसी की बैठक में कश्मीर मसले पर भारत की आलोचना करने के एक दिन बाद आई है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में स्वीकार किए गए बयान और संकल्प ओआईसी की अप्रासंगिकता और इसके संचालक के रूप में पाकिस्तान की भूमिका दोनों को प्रदर्शित करते हैं। बागची ओआईसी की बैठक में अपनाए गए प्रस्तावों के मसले पर भारत के संदर्भ में पूटे गए सवालों पर प्रतिक्रिया दे रहे थे। बागची ने कहा कि इस्लामिक सहयोग संगठन की बैठक में भारत को लेकर दिए गए संदर्भ झूठ और गलत बयानी पर आधारित है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्घ्ता ने बैठक में शामिल नेताओं पर तंज कसते हुए कहा कि ऐसे देश और सरकारें जो इस तरह के अभ्यासों से खुद को जोड़ती हैं़.़ उन्हें अपनी प्रतिष्ठा को चोट पहुंचाने वाले प्रभावों का एहसास करना चाहिए। पाकिस्तान जैसे मानवाधिकारों के उल्लंघनकर्ता देश के कहने पर अल्पसंख्यकों के साथ व्यवहार को लेकर की गई टिप्पणियां इस संस्था की औचित्यहीनता की ओर इशारा करती हैं।
उल्लेखनीय है कि एक दिन पहले ही विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान ओआईसी की बैठक में चीन के विदेश मंत्री वांग यी के जम्मू-कश्मीर पर दिए गए बयानों की निंदा करते हुए इन्हें खारिज कर दिया था। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा कि जम्मू-काश्मीर से जुड़े मामले पूरी तरह से आंतरिक मामले हैं। चीन समेत दुनिया के किसी भी देश को जम्मू-कश्मीर पर टिप्पणी करने का कोई अधिकार नहीं है।