त्रियुगीनारायण में चल रहा आंदोलन आश्वासन के बाद समाप्त
रुद्रप्रयाग। त्रियुगीनारायण में बीते 42 दिनों से चल रहा ग्रामीणों आमरण अनशन जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह के लिखित आश्वासन के बाद खत्म हो गया है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री पुष्कर धामी और स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत के आदेश पर आमरण अनशन खत्म करने का लिखित आश्वासन ग्रामीणों को दिया। कहा कि एक महीने के भीतर अस्पताल का शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। त्रियुगीनारायण पहुंची जिला पंचायत अध्यक्ष अमरदेई शाह ने आमरण अनशन स्थल पर जाकर ग्रामीणों से वार्ता की। उन्होंने ग्रामीणों के आंदोलन को जायज बताया। कहा कि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी व स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत के आदेश पर वह आमरण अनशन को समाप्त करने के लिए अपने लिखित आश्वासन देने के लिए ग्रामीणों के बीच आई हैं। उन्होंने ग्रामीणों को पूरा सहयोग देते हुए कहा कि आपकी बेटी हूं, मांग पूरी करवाना मेरा धर्म और नैतिक कर्तब्य है। जिला पंचायत अध्यक्ष ने आमरण अनशन पर बैठे लोगों के लिए कहा कि नौजवान हमारा भविष्य है, समाज को इनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। जो अपनी जान को दांव पर लगाकर समाज हित के लिए संघर्ष कर रहे हैं। जिला पंचायत अध्यक्ष ने लिखित आश्वासन देकर ग्रामीणों से एक माह में शासनादेश जारी होने का वादा किया। उन्होंने कहा कि जो यात्रा कालीन एमआरपी पोस्ट है, उसे अस्पताल के शासनादेश जारी होने तक यथावत रखा जाएगा। वहीं दूसरी ओर आमरण अनशन के चौथे दिन 3 लोगों की तबीयत बिगड़ी जिन्हें, शीघ्र पुलिस बल के साथ अति प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र फाटा ले जाया गया। जिनमें मंगलदीप गैरोला, रामचंद्र सेमवाल, विश्रवा कुमांचली। वहीं इसके बाद देवेंद्र सेमवाल, सरोज देवी, शांति देवी, पंकज तिवारी आमरण अनशन पर बैठे। पूर्व जिला पंचायत सदस्य व भाजपा नेता वीर सिंह बुडेरा भी त्रियुगीनारायण पहुंचे। आमरण अनशन पर बैठने के लिए पूर्व मुख्यमंत्री वर्तमान सांसद तीरथ सिंह रावत से वार्तालाप की। ग्रामीणों ने बुडेरा से अनुरोध किया कि फिलहाल ग्रामीण आमरण अनशन पर बैठ रहे हैं। जब उनकी जरूरत पड़े तो वह सूचना मिलते ही ग्रामीणों के बीच पहुंच जाएंगे। कार्यक्रम संयोजक दिवाकर गैरोला ने कहा कि यदि सरकार ने यदि वादाखिलाफी की तो आने वाले समय में आंदोलन को और उग्र किया जाएगा। भाजपा को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। इस मौके पर ग्राम प्रधान तोषी जगत सिंह रावत, उपप्रधान त्रियुगीनारायण विश्वेश्वरी देवी, पंच तमेर सूर्य प्रसाद सेमवाल, महिला मंगल दल अध्यक्ष आरती शर्मा, दिवाकर गैरोला, परशुराम गैरोला, अनूप सेमवाल, सुदर्शन गैरोला, जगमोहन भट्ट आदि मौजूद थे।