हर व्यक्ति के अंदर एक विलक्षण प्रतिभा, आवश्यकता पहचानने की

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श्रीनगर गढ़वाल : राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान, उत्तराखंड में ओवर कम चैलेंजेज एंड अकंपलिश गोल्स फ्रॉम ए स्ट्रेंथ पर्सपेक्टिव विषय पर दो दिवसीय फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम का शुभारंभ हुआ।
इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए एनआईटी के निदेशक प्रो. ललित कुमार अवस्थी ने कहा उच्च तकनीकी शिक्षा के किसी भी संस्थान के पास सबसे महत्वपूर्ण संसाधन उसके संकाय सदस्य होते हैं जो छात्रों को ज्ञान और कौशल सिखाते हैं। उन्होंने कहा कि संकाय सदस्यो द्वारा शिक्षा प्रणाली के विकास के लिए जोड़ा गया मूल्य, शैक्षणिक पारिस्थितिकी तंत्र की सफलता की कुंजी है। इस मौके पर मुख्य वक्ता कवैलियन्स, इंडिया के एग्जीक्यूटिव वाईस प्रेसीडेंट नरिंदर अहलुवालिया ने अपने व्याख्यान में संकाय सदस्यों के साथ सामथ्र्य परिप्रेक्ष्य पर चर्चा करते हुए कहा कि यह एक दृष्टिकोण है जो वास्तविक रूप से स्थितियों को देखता है और समस्या या चिंता पर ध्यान केंद्रित करने के बजाय विपरीत मौजूदा शक्तियों और क्षमताओं को पूरक और समर्थन करने के अवसरों की तलाश करता है। कहा कि हर व्यक्ति के अंदर एक विलक्षण प्रतिभा होती है, आवश्यकता है उसे पहचानने की और पुरे शिद्दत और जूनून के साथ उस पर काम करने की। इस मौके पर एनआईटी के प्रभारी कुलसचिव डा. धर्मेंद्र त्रिपाठी, डीन फैकल्टी वेलफेयर डा. हरिहरन मुथुसामी, डीन प्लानिंग एंड डेवलपमेंट डा. जीएस बरार, डीन रिसर्च एंड कंसल्टेंसी डा. सनत अग्रवाल आदि मौजूद रहे। (एजेंसी)

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