सिस्टम की लापरवाही आमजन पर पड़ रही भारी
-मोटर नगर से सिगड्डी तक मुख्य सड़क की हालत है बेहद खस्ता
-आए दिन राहगीर हो रहे हैं चोटिल, शिकायत के बावजूद नहीं हो रही कार्रवाई
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : मोटर नगर से लेकर सिगड्डी तक सड़क की खस्ता हालत से आमजन के साथ ही पुलिस व प्रशासन के अधिकारी भी रोज जूझ रहे हैं। इसके बावजूद जिम्मेदार विभाग इस ओर ध्यान देने को तैयार नहीं है। करीब 10 किमी सड़क पर हर कदम पर बड़े-बड़े गड्ढों के कारण आए दिन लोग चोटिल हो रहे हैं। विभाग की उदासीनता देखकर लगता है कि उन्हें किसी बड़े हादसे का इंतजार है।
कोटद्वार को भाबर क्षेत्र से जोड़ने वाला मोटर नगर-तड़ियाल चौक-निंबूचौड़-झंडीचौड़ मुख्य मार्ग है। सभी महत्वपूर्ण विभाग व बैंक कोटद्वार बाजार में होने के चलते हर रोज हजारों लोग इस मार्ग से आवाजाही करते हैं। करीब पांच महीने से इस मार्ग पर जगह-जगह गड्ढों की समस्या बनी हुई है जो लगातार बढ़ती जा रही है। हालत यह है कि एक कदम चलने के बाद ही दूसरा गड्ढा आ जाता है। ऐसे में लोगों के वाहनों की हालत तो खराब हो ही जाती है, साथ ही मार्ग पर झटकों के कारण बुजुर्गों की हालत भी खराब हो जाती है। वहीं मार्ग पर दुर्घटनाएं भी लगातार बढ़ती जा रही हैं। गड्ढों के कारण दुपहिया वाहन रपटना और लोगों का चोटिल होना अब आम बात हो गई है। जिससे लोगों में जिम्मेदार विभाग के प्रति आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
—————————————————————-
सड़क की हालत को लेकर कई बार प्रशासन से शिकायत की जा चुकी है, लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। जनता में भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है। यदि जल्द ही समस्या का निस्तारण नहीं किया गया तो जनता उग्र आंदोलन करेगी।
अमित नेगी, पार्षद, वार्ड -38
————————————
मैने कई बार लोक निर्माण विभाग से इस सड़क के संबंध में लिखित में शिकायत की है, लेकिन विभागीय अधिकारी कोई कार्रवाई नहीं करते हैं। इस सड़क की हालत के लिए सबसे ज्यादा जिम्मेदार अवैध खनन से भरे वाहन हैं। दिन-रात इन भारी वाहनों के दौड़ने से सड़क आमजनता के चलने लायक नहीं रह गई है।
सुखपाल शाह, पार्षद, वार्ड-37
—————————————
हम कई बार सड़क की दयनीय हालत को लेकर जनप्रतिनिधियों व प्रशासन से लिखित में शिकायत कर चुके हैं, लेकिन किसी भी स्तर पर इन शिकायतों को गंभीरता से नहीं लिया गया है। लोग रोज सड़क के गड्ढों के कारण चोटिल हो रहे हैं, लेकिन जिम्मेदारों को इससे कोई लेना-देना नहीं है।
हरि सिंह रावत, सामाजिक कार्यकर्ता