अहमदाबाद, अहमदाबाद-लंदन विमान दुर्घटना का आज चौथा दिन है. दुर्घटनास्थल पर बिखरे मलबे से पूरी तरह जले क्षत-विक्षत शव निकलने का सिलसिला जारी है. ताजा आधिकारिक जानकारी के अनुसार इस दुर्घटना में मरने वालों की कुल संख्या बढ़कर 278 पहुंच गई है.
अहमदाबाद विमान दुर्घटनास्थल से अभी शव बरामद किए जा रहे हैं. आधिकारिक जानकारी के अनुसार शवों की तलाश का काम अभी भी जारी है. दुर्घटनाग्रस्त विमान के मलबे से शनिवार को तीन शव बरामद किए गए, जो दुर्घटनाग्रस्त विमान के पिछले हिस्से से मिले. इस तरह दुर्घटना में मरने वालों की कुल संख्या 278 हो गई.शनिवार को बीजे मेडिकल कॉलेज के मेस के ऊपर विमान की पिछली सीट से एक लड़की और दो अन्य शव जली हुई अवस्था में मिले. लड़की के एयर इंडिया के चालक दल की सदस्य होने की आशंका है. फिलहाल, एनडीआरएफ और अन्य जांच एजेंसियों के साथ दमकल की टीम दुर्घटनास्थल की जांच कर रही है. बचाव दल अभी भी दुर्घटनास्थल के आसपास लापता लोगों की तलाश कर रहे हैं. आशंका है कि इस दुर्घटना में मरने वालों की संख्या बढ़ सकती है.
एयर इंडिया विमान दुर्घटना में मारे गए कुल 241 यात्रियों में से कुल 19 यात्रियों के डीएनए नमूने मैच हुए हैं. 17 अन्य मृतक यात्रियों के डीएनए नमूने अभी प्राप्त होने बाकी हैं. अहमदाबाद के सिविल अस्पताल में कुल 36 विशेषज्ञों द्वारा डीएनए नमूनों के मिलान की प्रक्रिया लगातार चल रही है. 24 घंटे तक लगातार डीएनए मिलान प्रक्रिया जारी है. डीएनए मिलान प्रक्रिया के लिए 36 से 48 घंटे तक बैचों में सैंपल जांच की जा रही है. मृतकों में 3 विदेशी और एक भारतीय नागरिक के डीएनए सैंपल मिलान की प्रक्रिया लंबित है.
यात्रियों के बाद विमान हादसे में सबसे बड़ी क्षति बीजे मेडिकल कैंपस के जूनियर डॉक्टरों की हुई. आशंका है कि विमान हादसे के चौथे दिन भी 17 जूनियर डॉक्टर लापता हैं. विमान हादसे में बीजे मेडिकल हॉस्टल में आग लगने से करीब 100 लोग झुलस गए थे, जिनमें 36 जूनियर डॉक्टर शामिल हैं. घटना के चार दिन बाद भी चार जूनियर डॉक्टर आईसीयू में भर्ती हैं. फिलहाल सिविल कैंपस में शवों को उनके घरों तक पहुंचाने के लिए कुल 200 एंबुलेंस तैयार हैं. प्रत्येक एंबुलेंस का संचालन पुलिस करेगी.
एयर इंडिया विमान हादसे में मारे गए लोगों के शव मिलने में देरी से परिजन परेशान हो रहे हैं. डीएनए सैंपल मिलान में समय लग रहा है. ये एक प्रक्रिया के तहत किया जाता है. लोगों का आरोप है कि प्रशासन इस बारे में संतोषजनक जवाब नहीं दे रहा है.
कई परिजन गुस्से में शव को जल्द सौंपने की गुहार लगा रहे हैं. शनिवार रात अहमदाबाद में बदले माहौल के कारण घटनास्थल पर चल रहा बचाव कार्य भी कुछ देर के लिए प्रभावित हुआ. अभी तक पूर्व मुख्यमंत्री विजय रूपाणी के अंतिम संस्कार और शव सौंपने को लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है.
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