घर-घर दवा पहुंचाने के आदेश को किया जाए निरस्त
नई टिहरी। ऑल इंडिया ऑर्गेनाइजेशन ऑफ केमिस्ट एवं ड्रगिस्ट ने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को ई-मेल के माध्यम से ज्ञापन भेजकर कोविड-19 महामारी के दौरान घर-घर दवाइयां पहुंचाने की विशेष अनुमति से लेकर ऑनलाइन दवा के आदेश को निरस्त करने की मांग की। कहा कि वर्तमान में ऑनलाइन प्लेटफॉर्म से दवाइयों का दुरुपयोग किया जा रहा है। जिससे जन स्वास्थ्य के लिए खतरा पैदा रहा है। रविवार को ऑर्गेनाइजेशन के जिलाध्यक्ष डॉ.डीएस रावत,जिला महासचिव चंद्रमोहन अरोड़ा ने स्वास्थ्य सचिव को भेजे ज्ञापन में बताया कि कोविड-19 महामारी के दौरान सरकार ने दवाओं के निर्माण, बिक्री और वितरण के लिए कुछ शर्तों के साथ घर-घर दवाइयों की आपूर्ति की अनुमति दी गई थी। कहा कि इस अधिसूचना का मुख्य उद्देश्य स्थानीय दवा विक्रेताओं के माध्यम से आपातकालीन स्थितियों में दवाओं की डिलीवरी करना था। लेकिन अब डिजिटल प्लेट फॉर्मस द्वारा बिना नियमों के पालन किए ही घर पर दवाएं पहुंचाए जा रही है। जिस कारण स्व चिकित्सा,नशीली दवाओं का दुरुपयोग और रोगाणुरोधी प्रतिरोध की गंभीर समस्याएं दिन प्रतिदिन बढ़ रही हैं। ऐसे सभी अवैध प्लेटफॉर्म मरीजों की सुरक्षा को नजरअंदाज करके केवल अपने मुनाफे पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। उन्होंने ज्ञापन में कहा कि अब देश में महामारी का आपातकालीन चरण समाप्त हो चुका है और सामान्य स्थिति लौट आई है। इसलिए पूर्व की अधिसूचना को तत्काल वापस लेकर घर-घर दवाई पहुंचाने और ऑनलाइन दवा पर रोक लगाने की मांग की।