उफान पर बने नदी-नाले, आंखों से उड़ी नींद
बुधवार रात हुई बारिश ने नदी किनारे रहने वाले परिवारों की उड़ाई नींद
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : बरसात में नदी नालों के किनारे घर बनाकर रहने वाले लोगों की चिंता बढ़ने लगी है। रात के समय हो रही बारिश के दौरान उनकी निगाहें नदी-नालों के वेग पर ही टिकी हुई है। बुधवार रात भी क्षेत्र में बारिश के दौरान लोगों की आंखों से नींद उड़ गई थी। नगर निगम व प्रशासन भी परिवारों से सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील कर रहा था।
बुधवार, शाम करीब छ: बजे कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में तेज बारिश शुरू हो गई थी। बारिश के चंद मिनट बाद ही क्षेत्र के नदी-नाले ऊफान पर आ गए थे। पूरी रात चली बारिश ने सबसे अधिक चिंता उन लोगों की बढ़ा दी थी जो नदी नालों के किनारे घर बनाकर रह रहे हैं। नगर के बीच से गुजरने वाला पनियाली गदेरा सबसे अधिक भयावह स्थिति में बह रहा था। ऐसे में गदेरे के किनारे आमपड़ाव, मानपुर, सिताबपुर, शिवालिक नगर व कौड़िया क्षेत्र के वाशिंदों की आंखों से नींद गायब हो गई थी। पूर्व में गदेरे का दंश झेल चुके कौड़ियावासियों को सबसे अधिक भय बना हुआ था। नगर निगम व प्रशासन की टीम नदी के किनारे रहने वाले परिवारों से भवन खाली करने की अपील करती रही। आमपड़ाव में कई परिवारों ने रात के समय अपने रिश्तेदारों के घरों में शरण ली। वहीं, खोह नदी के वेग से गिवईस्रोत नई बस्ती, गाड़ीघाट, काशीरामपुर तल्ला व कुंभीचौड़ के परिवारों की चिंता बढ़ी हुई थी। हालांकि, बारिश से क्षेत्र में किसी भी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। लेकिन, वर्षाकाल में रात के समय हो रही वर्षा क्षेत्रवासियों की चिंता बढ़ा रही है।