देहरादून। एसटीएफ ने उत्तराखंड के लोगों के नाम पर फर्जी सिम लेकर उनका साइबर अपराध में उपयोग करने के आरोप में बेरीनाग से शुक्रवार को एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने कुछ सिम कार्ड नोपाल में भी बेचे। उसके कब्जे से 748 सिम बरामद हुए हैं। एसटीएफ के एसएसपी नवनीत भुल्लर ने बताया कि दूरसंचार मंत्रालय भारत सरकार के निदेशक उत्तर प्रदेश पश्चिम सुनील भादू, सहायक निदेशक दूरसंचार उत्तर पश्चिम प्रवीण जैन और निदेशक दूरसंचार विभाग उत्तराखंड लव गुप्ता द्वारा पिथौरागढ़ के बेरीनाग में थोड़े समय में बड़ी संख्या में अलग-अलग लोगों के नामों से सिम एक्टिवेट करने की सूचना दी गई थी। संभावना थी कि सिम कार्डों का उपयोग राष्ट्रविरोधी या साइबर धोखाधड़ी के लिए प्रयोग किया जा रहा है। एसटीएफ और साइबर क्राइम पुलिस ने संबंधित टेलीकॉम कंपनियों से डाटा जुटाया। जांच में पता चला कि आरोपी स्थानीय लोगों को लालच और विभिन्न प्रकार से प्रलोभन देकर आधार कार्ड, अन्य दस्तावेज लेकर उनके नाम पर सिम एक्टिवेट कर रहा है और बाद में उन्हें अज्ञात व्यक्तियों को बेचा जा रहा है। इसके बाद इन सिम कार्डों का उपयोग साइबर धोखाधड़ी व अन्य अपराधों में किया जा रहा है। एसटीएफ के अपर पुलिस अधीक्षक स्वप्न किशोर, पुलिस उपाधीक्षक अंकुश मिश्रा, पुलिस उपाधीक्षक आरबी चमोला के नेतृत्व में एक टीम बनाई गई। पता चला कि आरोपी बेरीनाग नयाबाजार में आरके इलेक्ट्रोनिक्स एंड मोबाइल सेंटर नाम से दुकान चलाता है। आरोपी के खिलाफ 2024 में भी फर्जी सिमो के क्रय विक्रय के संबंध में मुकदमा दर्ज हुआ था। टीम ने कार्रवाई करते हुए शुक्रवार को आरोपी रघुवीर सिंह कार्की पुत्र हरेंद्र सिंह कार्की निवासी कालेटी गुर्बुरानी उपाधया बेरीनाग को गिरफ्तार किया। उसके खिलाफ सबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। एसएसपी ने बताया कि आरोपी द्वारा जारी किए गए कुछ सिम नेपाल के लोगों को बेचे जाने की जानकारी सामने आई और इसकी जांच की जा रही है।