शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वेरानंद से मिले चारधाम के तीर्थ पुरोहित

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नई टिहरी। उत्तराखंड स्थित चार धाम के तीर्थ पुरोहितों ने ज्योतिष पीठाध्वीश्वर के नए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वेरानंद सरस्वती का उनके मध्य प्रदेश स्थितझोतेश्वर आश्रम पहुंचकर अभिनंदन किया गया। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद के ब्रह्मलीन होने के बाद उन्हे ज्योतिर्मठ स्थित पीठ शंकराचार्य बनाया गया है। बदरीनाथ धाम से श्री बदरीश पंडा पंचायत के प्रभारी अध्यक्ष अशोक टोडरिया, दिनकर बाबुलकर, रमावल्लभ भट्ट,लुसुन टोडरिया , केदारनाथ से श्रीनिवास पोस्ती,संतोष त्रिवेदी, गंगोत्री से पवन सेमवाल,यमुनोत्री से अनुरुद्घ नौटियाल, चार धाम तीर्थ पुरोहित हक हकूकधारी परिषद के प्रवक्ता बृजेश सती ने ज्योतिष पीठाध्वीश्वर के नए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वेरानंद सरस्वती से भेंट की। बदरीनाथ धाम पुरोहित अशोक टोडरिया ने बताया कि मध्य प्रदेश के नरसिंहपुर स्थित झोतेशवर आश्रम सचिव स्वामी सुबोधानंद द्वारा ब्रह्मलीन स्वामी स्वरूपानंद महाराज का अपने जीवन काल में बनाया गए वसीयत नामा भी पढ़ा गया। जिसमे ज्योतिष पीठ, बदरीनाथ पर स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती व शारदा पीठ, द्वारिका में स्वामी सदानंद महाराज को शंकराचार्य के रूप में प्रतिष्ठित किए जाने का उल्लेख किया गया था। शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती दोनों ज्योतिष पीठ व शारदा पीठ के पीठाध्वीश्वर थे। तीर्थ पुरोहितों ने इससे पूर्व झोतेश्वर आश्रम में आयोजित शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानंद की स्मृति में साधु संत परंपरा अनुसार आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में भी भाग लिया। तीर्थ पुरोहित अशोक टोडरिया ने बताया कि ज्योतिष पीठ के नए शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने प्रति वर्ष देवप्रयाग में गंगा स्नान व भगवान रघुनाथ के दर्शन के लिए आने के तीर्थ पुरोहितों के आग्रह को भी स्वीकार किया है।

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