धरातल पर नहीं उतरी योजना, पार्किंग न होने से बिगड़ी व्यवस्था
पूर्व में शहर के विभिन्न स्थानों पर पार्किंग निर्माण के लिए चिह्रित की गई थी जगह
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : शहर में पार्किंग के लिए बनाई गई निगम की योजना धरातल पर उतरने से पहले ही हवा हो गई। दरअसल, नगर निगम की ओर से सड़क किनारे चौड़े स्थानों को चिह्रित कर इन्हें पार्किंग स्थल के रूप में विकसित करने की योजना बनाई गई थी। लेकिन, एक वर्ष बीत जाने के बाद भी यह योजना धरातल पर रंग नहीं ला पाई। नतीजा सड़क किनारे बेतरतीब तरीके से पार्क वाहन यातायात में बाधा बन रहे हैं।
शहर में लगातार वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है। ऐसे में पार्किंग स्थल नहीं होने से यातायात व्यवस्था बेपटरी होती जा रही है। राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ ही अन्य मार्गों पर बेतरतीब तरीके से खड़े वाहन जाम का मुख्य कारण बन रहे हैं। कई स्थानों पर तो आमजन का पैदल चलना भी मुश्किल हो जाता है। शहरवासियों की शिकायत के बाद नगर निगम ने एक वर्ष पूर्व शहर में सड़क किनारे चौड़े स्थानों को पार्किंग स्थल बनाने का निर्णय लिया था। बकायदा पार्किंग स्थल के लिए चिह्रित प्रेक्षागृह के निचले तल व तहसील के बाहर राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे दीवार पर पार्किंग शुल्क भी दर्शाया गया था। इसके तहत दोपहिया वाहनों के लिए दस रुपये व चार पहिया वाहनों के लिए बीस रुपये शुल्क निर्धारित किया गया था। यह यह योजना केवल शुल्क निर्धारित करने तक ही सीमित रह गई।