चंदन हत्याकांड का पुलिस ने किया खुलासा़. पत्नी ने करवाई थी भाई से चंदन की हत्या
नैनीताल। गौनियारों निवासी चंदन गौनिया हत्याकांड का बुधवार को पुलिस ने खुलासा कर दिया। पुलिस के अनुसार लकडाउन में नौकरी जाने के बाद चंदन बेरोजगार होकर अपने गांव आ गया था। उसके बाद से चंदन के पास कोई नौकरी या काम भी नहीं था। चंदन अक्सर शराब पीता था और पत्नी के साथ मारपीट करता था। इससे तंग आकर चंदन की पत्नी ने पति को मारने का मन बना लिया। पत्नी के भाई ने अपने एक दोस्त के साथ मिलकर चंदन को डुंगरीधार बुलाया और उसकी हत्या कर दी। मामले में पुलिस ने पत्नी सहित तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। बुधवार को भवाली कोतवाली में सीओ प्रमोद साह ने पत्रकार वार्ता कर हत्याकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि चंदन सिंह गौनिया (26) पुत्र शिवराज सिंह गौनिया ग्राम गोनियारों में रहता था। उसकी शादी तीन साल पहले यशवंती देवी निवासी अमजड़, पदमपुरी से हुई थी। लकडाउन से पहले चंदन पानीपत (हरियाणा) में नौकरी करता था। लकडाउन में उसकी नौकरी चली गई। इसके बाद वह गांव आ गया। घर पर चंदन का आए दिन पत्नी से झगड़ा होता था। आरोप है कि वह शराब पीकर पत्नी से मारपीट करता था। इससे तंग आकर पत्नी यशवंती ने चंदन की हत्या करने का मन बना लिया। पुलिस के अनुसार 29 मई को यशवंती अपने मायके अमजड़ चली गई। 31 मई को चंदन ने फोन कर उसे वापस घर आने को कहा, लेकिन यशवंती ने अपने भाई दिनेश सिंह से चंदन के साथ रहने से इनकार कर दिया और चंदन को रास्ते से हटाने की बात कही। इस पर दिनेश ने अपने दोस्त कमल सिंह रावत निवासी अमजड़ को भी चंदन की हत्या करने के लिए तैयार कर लिया। पुलिस के अनुसार एक जून को अमजड़ देवीधुरा में पूजा थी। गांव के लोगों के साथ दिनेश और कमल भी देवीधुरा गए। दोनों ने चंदन को अपने एक अन्य मित्र हरेन्द्र सिंह से फोन करवाकर डूंगरीधार बुलवा लिया, जहां पत्थर से मारकर दोनों ने चंदन की हत्या कर दी और शव नीचे जंगल में देंक दिया। पूछताछ में दिनेश, कमल और यशवंती ने जुर्म कबूल कर लिया। टीम में थानाध्यक्ष महेश जोशी, एसओजी प्रभारी नंदन सिंह रावत, राजेश कुमार, विपिन शर्मा, प्रदीप पिलखवाल, चंद्रशेखर मल्होत्रा, शुमन राणा, त्रिलोक सिंह, अशोक रहे।