कोटद्वार में कम नहीं हो रही है सब्जी और फल की ठेलियों से पुलिस की हमदर्दी
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। पिछले कई वर्षों से गोखले मार्ग के फुटपाथ और सड़क पर अवैध कब्जा कर फड़ और ठेली लगाकर सब्जी और फल बेचने वालों को जनविरोध के कारण भले ही पुलिस ने वहां से खदेड़ दिया हो, लेकिन पुलिस की हमदर्दी उनके प्रति कम नहीं हुई है। अब ये फल और सब्जी वाले जहां पहले चौराहे से अंदर गोखले मार्ग पर काबिज थे, अब वहां से हटाये जाने के बाद झंडाचौक पर कब्जा जमा बैठे हैं। आलम यह है कि फल और सब्जी की ठेलियां झंडाचौक पर इस तरह बेतरतीब खड़ी हो रही है कि उन्हें राजमार्ग और स्टेशन रोड के ट्रेफिक की चिंता भी नहीं है। जिससे झंडाचौक पर वाहनों का निकलना मुश्किल हो रहा है।
दोपहर 2 बजे बाद जिस झंडाचौक पर कोटद्वार पुलिस की एक टीम गाड़ी लेकर चौराहे पर पसर कर हेलमेट वालों को दबोचने में लग जाती है, वहीं दो बजे से पहले इसी झंडाचौक पर जब फल और सब्जी वालों की ठेलियां जमावड़ा लगाकर खड़ी रहती हैं तो वहां पुलिस नजर नहीं आती है। जिससे लगता है कि अवैध रूप से गोखले मार्ग पर कब्जा करने वाले इन फल सब्जी की ठेलियों के प्रति पुलिस की हमदर्दी कम नहीं हो रही है। जबकि पुलिस एक्ट के अनुसार कोई भी सड़क पर खड़े होकर ठेली नहीं लगा सकता है। बावजूद इसके कोटद्वार क्षेत्र के सबसे बड़े चौराहे झंडाचौक पर इन ठेलियों का जमा रहना समझ से बाहर है।
बता दें कि गोखले मार्ग के फुटपाथ और सड़क पर सब्जी और फल की ठेलियों और फड़ों से एकत्रित हो रही भीड़ को कम करने के लिए पुलिस, प्रशासन और नगर निगम प्रशासन द्वारा इस मार्ग को सील कर वहां पर फड़ और ठेलियां लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन झंडाचौक पर इन ठेलियों और फड़ों के लग जाने से भीड़ एक बार फिर से एकत्रित होने लगी है। जो कि कोरोना संक्रमण के लिए सबसे महफूज स्थान बन गया है। कहा तो यह गया था कि फल और सब्जी की ठेलियां एक स्थान पर इकठ्ठा होकर बिक्री नहीं करेगी, बल्कि मौहल्लों में घूम-घूम कर घर-घर में सब्जी उपलब्ध कराएंगे। ज्ञातव्य हो कि इन रेहड़ियों को लाईसेंस भी नगर निगम द्वारा इस बात के लिए दिया जाता है कि वे एक स्थान पर खड़ा न होकर निर्धारित मौहल्लों में जाकर घर-घर सब्जी और फल उपलब्ध कराएंगे।