नवजात बच्ची को गदेरे में फैंकने वालों का पता नहीं लगा पा रही पुलिस
थलीसैंण विकासखंड के रोली गांव का है मामला
पांच दिन पहले की है घटना, जन्म होते ही गदेरे में फेंक दिया था नवजता बच्ची को
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जन्म होते ही नवजात बच्ची को गदेरे में फेंकने वालों का पुलिस घटना के पांच दिन बाद भी पता नहीं लगा पाई है। जबकि पुलिस महिला संबंधी अपराधों को गंभीरता से लेने का दावा करती रही है। पुलिस का कहना है कि इस संबंध में जानकारी जुटाई जा रही है। घटना के हर पहलू पर गंभीरता पर जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को तलाश कर लिया जाएगा।
बीते 14 जून को विकासखंड थलीसैंण के रोली गांव में एक नवजात बच्ची गांव के समीप ही बह रहे गदेरे में पुल के नीचे मिली थी। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने बच्ची को उपचार के लिए सीएचसी थलीसैंण में भर्ती कराया था। यहां से बच्ची को राजकीय मेडिकल कालेज के बेस अस्पताल रैफर कर दिया गया। अभी बच्ची बेस अस्पताल में ही भर्ती है। बाल कल्याण समिति की अध्यक्ष इंदु वशिष्ठ ने बताया कि वह शुक्रवार को बच्ची को देखने अस्पताल गई थी। जहां चिकित्सकों ने बताया कि बच्ची को पीलिया की शिकायत है। वहीं थलीसैंण पुलिस ने इस प्रकरण पर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। लेकिन घटना के पांच दिन बाद भी पुलिस की जांच एक इंच आगे नहीं बढ़ पाई है। पुलिस अभी घटना के जिम्मेदार लोगों तक नहीं पहुंच पाई है। मामले की विवेचना कर रहे एसआई बबलू चौहान ने कहा कि मामले में गंभीरता से जांच की जा रही है। जल्द ही आरोपियों को तलाश कर लिया जाएगा।