क्यूबा ,। क्यूबा, हैती और जमैका ‘मेलिसाÓ तूफान की चपेट में आकर तबाही के मंजर में बदल गए हैं। अटलांटिक महासागर में बना यह तूफान सदी के सबसे विनाशकारी तूफानों में से एक माना जा रहा है। अब तक दर्जनों लोगों की मौत, हजारों घरों की छतें उड़ने, और बिजली-संचार व्यवस्था ठप होने की पुष्टि हुई है।
जमैका में तबाही और राहत कार्य
मंगलवार को जब ‘मेलिसाÓ ने कैटेगरी-5 तूफान के रूप में जमैका में दस्तक दी, तब हवाओं की रफ्तार 295 किमी प्रति घंटा तक पहुंच गई। तेज़ झोंकों ने घरों की छतें उड़ा दीं, पेड़ उखड़ गए और सड़कें मलबे में तब्दील हो गईं। सेंट एलिजाबेथ जिले के सांता क्रूज़ में भूस्खलन से मुख्य सड़कें बंद हैं। स्कूल और अस्पतालों को राहत शिविरों में बदला गया है, पर कई की छतें उड़ चुकी हैं। शिक्षा मंत्री डाना मॉरिस डिक्सन ने कहा—हमें अब तक वास्तविक नुकसान का अंदाजा नहीं है, कई इलाकों में बिजली और संचार पूरी तरह बंद हैं।
हैती में 25 लोगों की मौत हो गई, जबकि 18 लोग लापता हैं। हैती की नागरिक सुरक्षा एजेंसी ने बताया कि मृतकों में से 20 और लापता लोगों में से 10 दक्षिणी तटीय कस्बे के हैं, जहां बाढ़ के कारण दर्जनों घर ढह गए। जमैका में भी अब तक आठ लोगों की मौत की पुष्टि हुई है। क्यूबा में बुधवार को कई मकान ढह गए, सड़कें बंद हो गईं और इमारतों की छतें उड़ गईं। सबसे ज्यादा नुकसान दक्षिण-पश्चिम और उत्तर-पश्चिम इलाकों में हुआ है। अधिकारियों ने बताया कि लगभग 7.35 लाख लोग अब भी राहत शिविरों में हैं। सैंटियागो डी क्यूबा के निवासी रेनाल्डो चरॉन (52 वर्षीय) ने कहा, वो रात नर्क जैसी थी। पूरी रात बहुत खौफनाक थी। मौसम वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि अब यह श्रेणी-2 का तूफान बन चुका है और यह अगले कुछ घंटों में बहामास में तेज हवाओं और बाढ़ का कारण बन सकता है।
जमैका में राहत शिविरों में 25 हजार से अधिक लोग
जमैका में 25 हजार से अधिक लोग राहत शिविरों में शरण लिए हुए हैं। तूफान ने उनके घरों की छतें उड़ा दीं और उन्हें बेघर कर दिया। बिजली मंत्री डिक्सन ने बताया कि 77 फीसदी इलाकों में बिजली नहीं है। जमैका के आपदा प्रबंधन विभाग के कार्यकारी निदेशक रिचर्ड थॉम्पसन ने बताया कि कुछ जगहों पर संचार पूरी तरह ठप है, जिससे नुकसान का आकलन मुश्किल हो रहा है।
हैती में 10 बच्चों समेत 20 की मौत
हैती के पेटिट-गोआव कस्बे में तूफान मेलिसा ने 160 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचाया और 80 घर पूरी तरह नष्ट हो गए। यहां मारे गए 20 लोगों में से 10 बच्चे थे। स्थानीय निवासी चार्ली सेंट-विल (30 वर्षीय) ने बताया कि तूफान के बाद सड़कें मलबे में बदल गईं और कई जगहों पर शव बिखरे पड़े थे। लोग अपने लापता बच्चों की तलाश में चीख रहे थे। उन्होंने कहा, लोगों ने सब कुछ खो दिया है। उन्होंने यह भी बताया कि राजनीतिक अस्थिरता के कारण अब लोगों को दवाओं, पानी और खाने की भारी चिंता सता रही है। हमें नहीं पता कि कल या परसों क्या होगा। फिलहाल लोग एक-दूसरे की मदद कर रहे हैं। सेंट-विल ने अपने घर में कुछ बेघर पड़ोसियों को शरण दी है। उन्होंने कहा, मैं जितना कर सकता हूं कर रहा हूं, लेकिन हालात सबके लिए बेहद कठिन हैं।