नए वोटर कार्ड बनाने की प्रक्रिया एक सितंबर से शुरू, घर-घर जाकर बनेंगे वोटर कार्ड, एडीएम ने जारी किए आदेश
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी। जिला निर्वाचन विभाग ने जनपद में फोटोयुक्त विधानसभा निर्वाचक नामावली में नाम पंजीकरण करने के साथ ही नाम शुद्धिकरण तथा 18 वर्ष की आयु के नए वोटरों के निर्वाचन पहचान पत्र बनाने को लेकर तैयारी शुरू कर दी है। निर्वाचन विभाग ने राजनीतिक दलों के पदाधिकारियों से सहयोग करने तथा मतदाताओं को फोटो युक्त निर्वाचन पहचान पत्र बनाने के लिए इस अभियान में शामिल होने की अपील की है।
अपर जिला अधिकारी डॉ एसके बरनवाल की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट परिसर में राजनीतिक दलों के साथ बैठक आयोजित की गई। उन्होंने कहा कि राज्य निर्वाचन आयोग की ओर से जनपद में 18 वर्ष के नए मतदाताओं के फोटोयुक्त पहचान पत्र बनाए जाने हैं। साथ ही निर्वाचक नामावली में मतदाताओं के नाम संशोधन करने के साथ ही नए नाम जोड़ने की प्रक्रिया भी शुरू की जा रही है। इस कार्य के लिए उन्होंने सभी बीएलओ को आवश्यक दिशा निर्देश भी जारी कर दिए हैं। उन्होंने कहा कि निर्वाचन विभाग की ओर से चलाए जा रहे इस कार्य में कतई लापरवाही न बरती जाए। सभी बीएलओ निर्वाचन के कार्यों को पूरी तन्मयता के साथ करना सुनिश्चित करें। इस मौके पर बैठक का संचालन करते हुए सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी विजय तिवारी ने बताया कि निर्वाचन आयोग से प्राप्त दिशा निर्देशों के अनुसार आगामी 1 से 15 सितंबर तक घर-घर जाकर मतदाताओं के नामों का सत्यापन किया जाएगा। साथ ही मतदाताओं के नामों का शुद्धिकरण , नाम जोड़ने तथा नाम हटाने की प्रक्रिया भी शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस कार्य के लिए सभी संबंधित बीएलओ को जिम्मेदारी सौंपी गई है। उन्होंने कहा कि आयोग की ओर से आगामी 9 सितंबर से लेकर 31 अक्टूबर 2021 तक बीएलओ घर-घर जाकर यह प्रक्रिया संपन्न करेंगे। इसके अलावा बीएलओ 80 वर्ष से अधिक तथा 40 प्रतिशत से अधिक दिव्यांग को बैलेट वोटिंग के लिए आवश्यक दस्तावेज भी तैयार करेंगे। एक नवंबर 2021 से बीएलओ अपने बूथों पर बैठकर निर्वाचन की इस प्रक्रिया को दोहराएंगे। उन्होंने कहा कि घर-घर सत्यापन के अभियान में छूट गए मतदाताओं के नामों को जोड़ने व नाम शुद्धिकरण की प्रक्रिया बीएलओ अपने बूथ पर ही करेंगे। उन्होंने बताया कि 13,14 तथा 27 व 28 नवंबर 2021 को विशेष अभियान के तहत निर्वाचन की यह प्रक्रिया एक बार फिर से दोहराई जाएगी। जबकि 5 जनवरी 2022 को निर्वाचक नामावली का अंतिम प्रकाशन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि आयोग के द्वारा मतदेय स्थलों के पुन: निर्धारण के संबंध में भी निर्देशित किया गया है। कहा कि एक मत दे स्थल में मतदाताओं की संख्या अधिकतम 12 सौ से अधिक नहीं होनी चाहिये। 12 सौ से अधिक मतदेय स्थल को विभाजित कर नया मतदेय स्थल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में एक भवन में दो से अधिक जबकि शहरी क्षेत्र में चार से अधिक मतदेय स्थल नहीं बनाए जाएंगे। यही नहीं पैदल दो किलोमीटर से अधिक दूरी वाले मतदेय स्थलों के साथ ही नदी-नाले और जंगली मार्गों से आच्छादित मतदेय स्थलों का भी पुन: निर्धारण किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव को देखते हुए इस जनपद के लिए भागलपुर बिहार से ईवीएम मशीनें आवंटित की जा रही है। जिसमें 1480 बैलेट यूनिट व वीवी पैड़ के साथ ही1430 कंट्रोल यूनिट उपलब्ध कराई जाएंगी। उन्होंने कहा कि 23 अगस्त को जनपद में पहुंचने के बाद सभी राजनीतिक दलों के समक्ष उनकी चेकिंग आदि किया जाएगा। उन्होंने सभी राजनीतिक दलों के अलावा आम नागरिकों से निर्वाचक नामावली की प्रक्रिया में सहयोग की अपील की है। इस मौके पर बीजेपी के जिला महामंत्री राजेंद्र सिंह राणा कांग्रेस के वरिष्ठ कार्यकर्ता भरत सिंह रावत आदि उपस्थित रहे।