श्बालिकाओं की शिक्षा में ही समाज की तरक्की
रुद्रपुर। मदरसा फातिमा जहरा की 12वीं सालाना तहफ्फुजे शरियत कन्फ्रेंस शानो शौकत के साथ आयोजित की हुई। इसमें बड़ी सुख्या में खटीमा,रामपुर तथा आसपास की महिलाओं ने शिरकत की। कन्फ्रेंस में इस बात पर जोर दिया गया कि बच्चियों की तालीम और तरबियत करना इस दौर में एक अहम जिम्मेदारी है।गुरुवार देर रात आयोजित कार्यक्रम में रामपुर से तशरीफ लाईं खतीबा कहकशा नूरी अमजदी ने कहा कि पर्दा और हिजाब इस्लाम का हिस्सा है। हिजाब महिलाओं की तरक्की में बाधा नहीं डाल सकता। महिलाएं हिजाब में रहकर भी शिक्षित हो सकती हैं। खतीबा तूबा फातिमा अमजदी रामपुर ने भी महिलाओं को अपने हुकूक की जानकारी रखने के अपील की। खतीबा निशा फातिमा मुत्अल्लिमां गुलशन-ए-फातिमा न्यूरिया ने अपनी तकरीर के दौरान कहा कि इस दौर में बच्चियों की तालीम और तबियत बहुत ही अहम जिम्मेदारी का काम है। प्रबंधक मदरसा फातिमा जहरा मौलाना अमानुल हक कादरी ने बताया की हम बालिकाओं की अच्छी शिक्षा के लिए दिन-रात मेहनत कर रहे हैं और हम यहां मजहबी तालीम के साथ दुनियावी तालीम पर भी जार दे रहे हैं। दीनियात के साथ साथ हिंदी, अंग्रेजी, गणित, विज्ञान और कंप्यूटर आदि की शिक्षा हमारे यहां अनिवार्य है। कन्फ्रेंस में मुख्य रूप से आलिमा समरीन फातिमा, आलिमा नाहिद फातिमा, आलिमा जैनब फातिमा, गुलनाज नूरी, अनम सिद्दीकी, मुस्कान फातिमा आदि मौजूद रहीं।