चम्पावत से हरदा को चुनाव लडने का न्यौता पर खर्कवाल के साइन न होने से एकता पर उठे सवाल
चम्पावत। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को पार्टी कार्यकर्ताओं ने चम्पावत विधान सभा सीट से चुनाव लडने का न्यौता दिया है। खास बात यह है कि न्यौता देने वालों में इस सीट से दावेदारी करने वाले नौ में से आठ लोगों के हस्ताक्षर हैं, लेकिन प्रबल दावेदार माने जा रहे हेमेश खर्कवाल के हस्ताक्षर नहीं हैं। हरदा इस न्यौते को स्वीकार करें या न करें लेकिन इससे यह स्पष्ट है कि कांग्रेस के भीतर हेमेश खर्कवाल को लेकर एक राय नहीं हैं।
राज्य गठन के बाद हुए सभी चार विधान सभा चुनावों में हर बार हेमेश खर्कवाल कांग्रेस के दावेदार रहे हैं। दो बार वे विधान सभा चुनाव जीत भी चुके हैं। इस बार वे न केवल पांचवी बार दावेदारी कर रहे हैं बल्कि टिकट के प्रबल दावेदार भी हैं। सूत्रों के अनुसार चम्पावत से उनका टिकट पक्का भी हो गया है। इस स्थिति में कांग्रेस के आठ दावेदारों द्वारा हरीश रावत को चम्पावत विधान सभा से चुनाव लडने का न्यौता देना अटकलों का बाजार गर्म कर रहा है।
सूत्र यह भी बता रहे हैं कि हेमेश खर्कवाल का लगातार विधान सभा सीट से दावेदारी करना कांग्रेस के कुछ लोगों को पच नहीं पा रहा है। इस बार तो नहीं भविष्य में यह हेमेश खर्कवाल के लिए इस परिपेक्ष्य में चेतावनी भी है कि इस सीट से अब वे हमेशा प्रबल दावेदार नहीं हो सकते। हेमेश खर्कवाल को हरीश रावत का खासमखाश माना जाता है। हरीश रावत को न्यौता देने वालों में निर्मला गहतोड़ी, महेंद्र सिंह माहरा, हरगोविंद बोहरा, सूरज प्रहरी, उमेश खर्कवाल, बहादुर सिंह पाटनी, विमला सजवाण, भूपेंद्र महर के हस्ताक्षर हैं। इनमें से कुछ दावेदार न्यौता देने देहरादून तक पहुंच गए।