जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार व आसपास के क्षेत्र में तीन दिन से हो रही बारिश के कारण जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। ऐसे में सबसे अधिक खतरा नदी-नालों के आसपास रहने वाले लोगोें को बना हुआ है। नदी के वेग के कारण भू-कटाव भी हो रहा है। पुलिस व प्रशासन लगातार लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने की अपील कर रहा है।
कोटद्वार क्षेत्र में रविवार से लगातार बारिश का दौर जारी है। दिन-रात हो रही बारिश से नदी-नाले उफान पर आ गए हैं। खोह नदी, मालन नदी, सुखरो नदी के साथ ही पनियाली गदेरा विकराल रूप से बह रहा है। नदी-नालों के आसपास रहने वाले लोगों की आंखों से नींद गायब हो गई है। जिस तरह से पनियाली गदेरा विकराल होकर बह रहा है उससे आबादी क्षेत्र को खतरा बना हुआ है। सुरक्षा को देखते हुए कई परिवारों ने अन्यत्र स्थानों में रहने वाले अपने रिश्तेदार व अन्य परिचितों के घर में शरण ले ली है। पुलिस भी लगातार लोगों से सावधान रहने की अपील कर रही है। सुखरो नदी के तेज बहाव से कुंभीचौड़ क्षेत्र में भू-कटाव देखने को मिला। काशीरामपुर तल्ला में स्थित गौशाला को भी खोह नदी से खतरा पैदा हो गया है। वर्तमान में गौशाला में सैकड़ों निराश्रित गोवंश रह रहे हैं। वहीं बारिश के कारण कोटद्वार-दुगड्डा के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी लगातार बोल्डर गिरने का भय बना हुआ है। हालांकि मौके पर तैनात एनएच विभाग की जेसीबी मशीन व पोकलेंन मशीनें मलबे को तुरंत साफ कर यातायात शुचारु करवा रही हैं। पुलिस व प्रशासन लगातार लोगों से बरसात में सफर न करने की अपील कर रहा है।