यात्रा प्राधिकरण के पास रहेगी प्रदेश की सभी यात्राओं के संचालन की जिम्मेदारी : सीएम धामी
– कोटद्वार से भी चार धाम यात्रा संचालन की तलाशी जाएं संभावनाएं
देहरादून। सीएम आवास पर बुधवार को हुई बैठक में सीएम ने यमुनोत्री धाम की धारण क्षमता बढ़ाने को कार्ययोजना तैयार किए जाने के भी निर्देश दिए। यात्रा प्राधिकरण को लेकर फिर साफ किया कि प्राधिकरण के पास प्रदेश की सभी यात्राओं के संचालन की जिम्मेदारी रहेगी। चार धाम यात्रा समेत पर्यटन विभाग की समीक्षा करते हुए सीएम धामी ने कहा कि चारधाम यात्रा अभी मुख्य रूप से ऋषिकेश से संचालित होती है। यहां पर बड़ी संख्या में यात्रियों के पहुंचने के चलते जाम की समस्या भी बढ़ी है। ऐसे में चारधाम यात्रा का संचालन किस तरह से कोटद्वार से किया जा सकता है, इसकी भी संभावनाएं तलाशी जाएं। अधिकारियों को चारधाम प्रबंधन यात्रा प्राधिकरण के गठन को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए।कहा कि चारधाम यात्रा प्रबंधन प्राधिकरण का कार्यक्षेत्र सिर्फ चारधामों तक सीमित नहीं होगा। बल्कि प्रदेश में सभी प्रकार की यात्राओं के प्रबंधन की जिम्मेदारी भी प्राधिकरण के पास रहेगी। प्राधिकरण गठन के पीछे मुख्य उद्देश्य यही है कि प्रदेश में बढ़ते धार्मिक, सामान्य पर्यटन के मद्देनजर राज्य के पास एक ऐसी संस्था हो, जो इन सभी जिम्मेदारियों, तैयारियों का सही से निर्वहन कर सके। क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरगामी विजन के चलते आज प्रदेश में बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं।कहा कि यमुनोत्री धाम में लोगों की धारण क्षमता कैसे बढ़ाई जाए, इस पर भी कार्ययोजना जल्द तैयार की जाए। क्योंकि यात्रा सीजन में यह तथ्य प्रमुखता से उभरा है कि गंगोत्री, यमुनोत्री धामों में तीर्थयात्रियों की संख्या में दोगुना तक वृद्धि हुई है। ऐसे में यमुनोत्री धाम में होटल, गेस्ट हाउस की सुविधा को कैसे बढ़ाया जाए, इस दिशा में भी ठोस काम किया जाए। कहा कि चारों धामों के विकास को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार प्रयासरत रहे हैं। श्री बदरीनाथ धाम और केदारनाथ धाम में मास्टर प्लान के तहत कई काम किए जा रहे हैं। ऑल वेदर रोड के निर्माण से चार धामों की यात्रा अधिक सुगम और सुरक्षित हो गई है।
पौड़ी जिला मुख्यालय पर पर्यटन को दिया जाए बढ़ावा
सीएम धामी ने पौड़ी जिला मुख्यालय पर पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया। ताकि अधिक से अधिक लोग यहां पहुंच सकें। यह क्षेत्र भी सीधे पर्यटन से जुड़ सके। कहा कि केदारनाथ धाम, यमुनोत्री समेत हेमकुंड साहिब में रोपवे की टेंडर प्रक्रिया को भी जल्द पूरा किया जाए।
टिहरी झील की पर्यटन से जुड़ी टेंडर प्रक्रिया में लाई जाए तेजी
सीएम धामी ने कहा कि टिहरी झील और उसके आसपास के क्षेत्र में पर्यटन को बढ़ावा देने को 1200 करोड़ के प्रोजेक्ट को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्होंने इस प्रोजेक्ट की टेंडर प्रक्रिया को तेज किए जाने के निर्देश दिए। इस प्रोजेक्ट से टिहरी झील के आसपास के क्षेत्र में पर्यटन तेजी से बढ़ेगा। इससे यह झील और भी अधिक आकर्षण का केंद्र बनेगी।