सिस्टम से ‘जख्मी’ सड़क, आमजन को दे रही जख्म
कोटद्वार-भाबर सड़क पर वाहन चालकों के लिए सफर करना हुआ जानलेवा
-सड़क पर कदम-कदम पर हैं बड़े-बडे़ गड्ढे, अभी लंबे समय तक झेलनी पड़ेगी मुसीबत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार-भाबर को जोड़ने वाला मुख्य मार्ग देवी रोड सिस्टम की लापरवाही के कारण पूरी तरह से ‘जख्मी’ हो चुका है। अब यह ‘जख्मी’ सड़क आम जनता को जख्म देने का काम कर रही है। पिछले कई महीनों से क्षेत्र के लोग इस सड़क पर हिचकोले खाने को मजबूर हैं, लेकिन जिम्मेदार इस ओर आंखें मूंदे बैठे हैं। उन्हें भी शायद इस सड़क पर किसी बड़़ी दुर्घटना का इंतजार है।
करीब चार साल पहले बनी कोटद्वार-भाबर सड़क की हालत इतनी खराब है कि यहां कदम-कदम पर बड़े-बड़े गड्ढे साफ देखे जा सकते हैं। इसके अलावा सड़क का डामर उखड़ने के कारण कई बार दुपहिया वाहन चालक इन पर रपट जाते हैं और घायल होते हैं। गड्ढे बचाने के चक्कर में कई बार बड़े वाहन अपनी लेन को तोड़कर दूसरी लेन में घुस जाते हैं, जिससे वाहनों के दुर्घटनाग्रस्त होने का भी खतरा बना रहता है। लोक निर्माण विभाग इस मार्ग की दुर्दशा से वाकिफ है, लेकिन उसके बाद भी हालात जस के तस बने हुए हैं। लोक निर्माण विभाग का कहना है कि मार्ग मरम्मत के लिए शासन से धनराशि स्वीकृत होने में अभी समय लगेगा, ऐसे में जनता को अभी लंबे समय तक इस मार्ग की मार झेलनी पड़ेगी।
बारिश के दौरान होती है सबसे ज्यादा दिक्कत
आम दिनों में तो कोटद्वार-भाबर मार्ग के यह गड्ढे दिक्कत देते ही हैं, लेकिन बारिश के दौरान इस मार्ग पर आवाजाही और घातक हो जाती है। दरअसल, बारिश के कारण सड़क पर जलभराव होने से गड्ढे भी पानी से भर जाते हैं, फिर पता ही नहीं चलता कि गड्ढे कहां हैं और सड़क कहां है। इस स्थिति में सबसे ज्यादा खतरा दुपहिया वाहन चालकों को बना रहता है। हालांकि, लोगों को मजबूरी में जान जोखिम में डालकर इस मार्ग से आवाजाही करनी पड़ती है।
मार्ग से रोज गुजरते हैं सैकड़ों वाहन
इस मार्ग से रोज सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। जिनमें पुलिस से लेकर अधिकारियों के वाहन भी शामिल रहते हैं, लेकिन इसके बावजूद मार्ग की मरम्मत को लेकर विभाग की उदासीनता उसकी कार्यप्रणाली कई सवाल उठाती है। यदि मार्ग पर गड्ढों के कारण कोई बड़ा हादसा हो जाता है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार होगा, यह भी एक बड़ा सवाल है।
कोटद्वार-भाबर मार्ग की खराब हालत की जानकारी है। इस मार्ग की मरम्मत के लिए प्रस्ताव बनाकर भेजा है, जैसे ही शासन से मार्ग मरम्मत के लिए धनराशि स्वीकृत होगी मार्ग का मरम्मत कार्य भी शुरू कर दिया जाएगा।
आकृति गुप्ता, सहायक अभियंता, लोक निर्माण विभाग, दुगड्डा