बागेश्वर। वन विभाग के तत्वावधान में यहां ब्लॉक स्तरीय वनाग्नि गोष्ठी आयेाजित की गई। वक्ताओं ने कहा कि जंगलों को आग से बचाने में आम लोगों की भूमिका अहम है। जब सब लोग अपनी जिम्मेदारी पूरी ईमानदारी से निभाएंगे तभी हमारे जंगल बच पाएंगे। इस दौरान वनों के महत्व के बारे में भी विस्तार से बताया गया। चिंतन-मंथन सभागार में मंगलवार को आयोजित कार्यक्रम में प्रशासक ब्लॉक प्रमुख पुष्पा देवी ने कहा कि जिले में अधिकतर वन चीड़ का है। फायर सीजन में पिरुल आग में पेट्रोल का काम करता है। वनों में यदि कहीं आग लगने की घटना होती है इसकी सूचना वन विभाग व संबंधित विभाग को दें, तांकि समय पर आग पर काबू पाया जा सके। वन क्षेत्रधिकारी एसएस करायत ने वनों के महत्व के बारे में बताया। कहा कि वगैर जंगल के प्राणी मात्र की कल्पना नहीं की जा सकती है। वृक्ष पुरुष किशन मलड़ा ने वनाग्नि की बढ़ती घटना पर चिंता जताई है। आम लोगों में इसे कम करने में सहभागिता बढ़ाने की अपील की है। कार्यक्रम में वन विभाग के कर्मचारियों के अलावा ग्राम पंचायतों के प्रतिनिधि व सरपंच मौजूद रहे। इस मौके पर पारस वर्मा, गोविंद जोशी, लीला, डौली, आशा कार्की, कविता कठायत, रमेश सिंह, नवीन कुमार, शिवराज, अक्षय कुमार आदि मौजूद रहे।