विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका को राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण

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महाविद्यालय जयहरीखाल में दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू
जयन्त प्रतिनिधि।
लैंसडौन : भक्त दर्शन राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जयहरीखाल में “भौतिक एवं रसायन विज्ञान में अद्यतन विकास” विषय पर आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रीय सम्मेलन शुरू हो गया है। इस मौके पर मुख्य अतिथि लैन्सडौन विधायक मंहत दिलीर्प ंसह रावत ने कहा कि भारत अब “आत्मनिर्भर भारत” के रूप में उभर रहा है, जहां उच्च शिक्षा के क्षेत्र में देश में ही अंतर्राष्ट्रीय स्तर के संस्थान विकसित हो रहे हैं। कहा कि ऐसे राष्ट्रीय आयोजन छात्र-छात्राओं के ज्ञान-विस्तार और क्षेत्र की शैक्षणिक गतिविधियों को गति प्रदान करते हैं। उन्होंने महाविद्यालय के शिक्षकों की सराहना करते हुए कहा कि हर छात्र-छात्रा में छुपी हुई ऊर्जा को संवारने का कार्य प्राध्यापकों द्वारा किया जा रहा है। उन्होंने विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका को राष्ट्र निर्माण के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण बताया।
शुक्रवार को राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ मुख्य अतिथि विधायक मंहत दिलीप सिंह रावत, विशिष्ट अतिथि प्राचार्य राजकीय महाविद्यालय व्यवसायिक पैठाणी डॉ. वी.के. अग्रवाल, महाविद्यालय की प्राचार्या डॉ. एल.आर. राजवंशी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। प्राचार्य डॉ. एल.आर राजवंशी ने कहा कि यह सम्मेलन भौतिक एवं रसायन विज्ञान के क्षेत्र में नवीनतम शोधों और विकासों पर चर्चा का एक उत्कृष्ट मंच प्रदान करेगा। इस सम्मेलन की विशेषता रही कि इसे “हाइब्रिड मॉडल” पर आयोजित किया गया। देश भर से सैकड़ों प्रतिभागी ऑनलाइन जुड़े और उन्होंने अपने शोधपत्र ऑनलाइन प्रस्तुत किए। वहीं, महाविद्यालय परिसर में उपस्थित प्रतिभागियों ने पोस्टर प्रस्तुतिकरण के माध्यम से अपने नवीन शोध को प्रदर्शित किया। इस मौके पर महाविद्यालय के समन्वयक डॉ. आर. के. द्विवेदी ने आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ की भूमिका पर प्रकाश डाला। बताया कि किस प्रकार यह प्रकोष्ठ शैक्षणिक गुणवत्ता और समग्र उत्कृष्टता सुनिश्चित करने में सहायक है। इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक डॉ. कमल कुमार, डॉ. मोहम्मद शहजाद, डॉ. डीएस चौहान आदि मौजूद थे।

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