रुद्रप्रयाग। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को लेकर विकासखंड अगस्त्यमुनि के ग्वाड़ थापली में शिखर अरविंद शिक्षण समिति रुद्रप्रयाग द्वारा आयोजित पर्यावरण के साथ ही संस्कृति एवं सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में महिलाओं की भूमिका पर गोष्ठी आयोजित की गई। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार श्यामलाल सुंदरियाल ने कहा कि पहाड़ की अस्मिता को बचाने में महिलाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि पर्यावरण और जंगलों को बचाने की मुहिम को अर्न्तराष्ट्रीय फलक पर महिलाओं के योगदान को पहचान दिलाने वाली गौरा देवी आज पूरे विश्व में पर्यावरण संगठनों की प्रेरणाश्रोत है। इस मौके पर ग्राम सभा ग्वाड़ थापली की 103 वर्षीया वरिष्ठ समाज सेवी भाना देवी पत्नी मोती सिंह नेगी का सम्मान करते हुए संस्था की अध्यक्ष डॉ हेमावती पुष्पवान ने कहा कि विकासखंड के इस सुदूरवर्ती ग्रामीण क्षेत्र में क्षेत्र की वरिष्ठतम समाजसेवी भाना देवी के सम्मान से गौरवान्वित है। कार्यक्रम में महिलाओं की पर्यावरण और जल जीवन मिशन की सफलता में योगदान देने की अपील करते हुए संस्था के सचिव विनोद कप्रवान ने जल के महत्व पर गहन प्रकाश डाला। इस अवसर पर संस्था के कार्यकर्ता अभिषेक राणा ने महिलाओं को जल जनित रोगों पर बहुमूल्य जानकारी देने के साथ ही वाटर क्वालिटी की जांच की प्रक्रिया को बारीकी से समझाया। कार्यक्रम में निर्वतमान ग्राम प्रधान ग्वाड़ थापली श्रीनन्द लाल, नंदपाल सिंह, प्रहलाद सिंह, नारायण सिंह के साथ ही स्थानीय महिला मंगल दल एवं पेयजल समिति की सपना, अनीशा,भुवना देवी, शांति देवी आदि मौजूद थी।