मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद को समाप्त करने का बयान निंदनीय
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : सीताराम पोखरियाल मंडलीय अध्यक्ष उत्तरांचल फेडरेशन ऑफ मिनिस्ट्रीयल एसोसिएशन उत्तराखण्ड गढ़वाल मंडल ने मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को आहरण वितरण अधिकार देने का स्वागत करते हुए कहा कि इस संवर्ग का विरोध किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। आर-पार का संघर्ष जरूरी है। सभी पदाधिकारियों को एलर्ट मोड़ पर जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि मुख्य प्रशासनिक अधिकारी के पद को समाप्त करने का बयान निंदनीय है। इस का पूर्ण विरोध किया जायेगा। दुनिया की कोई भी ताकत इस पद को समाप्त नहीं कर सकती हैं।
प्रेस को जारी विज्ञप्ति में श्री पोखरियाल ने कहा कि मिनिस्ट्रीयल संवर्ग किस प्रकार दिन भर की दौड़-धूप के बाद वेतन आहरण का काम करते हैं यह देखने वाला कोई नहीं है। आहरण वितरण अधिकारी नहीं होने के कारणों से राजपत्रित अधिकारी मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को आहरण वितरण अधिकार दिया गया है। आहरण वितरण के लिए इस बात का तो इंतजार नहीं किया जा सकता है पहले प्रधानाचार्य व प्रधानाध्यापक पद पर पदोन्नति होगी फिर वेतन आहरित होगा। आहरण वितरण अधिकारी के पास जाने के लिए एक माह में कम से कम 6 बार 40-50 किलोमीटर की दूरी तय करनी होती है। मिनिस्ट्री संवर्ग का कार्मिक बंधुआ मजदूर नहीं है जो दिन रात रोड में ही दौड़ लगाते रहे एक-एक साइन करने भारी पड़ जाते हैं। इसी बात को ध्यान रखते हुए मुख्य प्रशासनिक अधिकारी को राजपत्रित अधिकारी बनाया गया है वह भी राजपत्रित अधिकारी के पद पर पांच वर्ष की पूर्ण सेवा पर। इतना होने के बाद भी इस संवर्ग का विरोध किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं किया जायेगा।