आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमें वापस लेने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार। उत्तराखंड छात्र युवा संघर्ष समिति के केंद्रीय संयोजक रह चुके पूर्व राज्यमंत्री जसवीर राणा ने सरकार से आंदोलनकारियों पर दर्ज मुकदमें अबिलम्ब वापस लेने की मांग की है। उन्होंने कहा कि प्रदेश के राज्य आन्दोलनकारी अपनी मांगोँ को लेकर राज भवन जा रहे थे सरकार ने उनकी मांगों पर तो सकारात्मक कार्यवाही तो नहीं की लेकिन उल्टा उन पर मुकदमे जरूर दर्ज कर दिये, जिसे प्रदेश के आंदोलनकारी किसी भी कीमत में बर्दाश्त नहीं करेंगे।
बद्रीनाथ मार्ग स्थित कार्यालय में आयोजित बैठक में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने राज्य आंदोलनकारियों पर मुकदमे दर्ज करने की कड़े शब्दों में निंदा करते हुए सरकार से तत्काल मुकदमे वापस लेने की मांग की। उन्होंने कहा कि सरकार हर किसी की आवाज दबाने के लिए कोई भी कसर नहीं छोड रही है, लेकिन आंदोलनकारियों पर मुकदमें दर्ज कर उन्होंने अपने पैर पर कुल्हाडी मार दी। जब आंदोलनकारी प्रदेश निर्माण की लंबी लड़ाई लड़ सकते हैं तो अपनी लड़ाई लड़ना उनके लिये कोई बड़ी बात नहीं है। राज्य निर्माण आन्दोलन की तरह सरकार के खिलाफ अन्दोलन की आवस्यकता महसूस होने लगी है। सरकार किसी समस्या का समाधान ढूंढने के बजाय सारी ताकत उसको दबाने में लगा रही है जो कतई प्रदेश हित में नहीं है। बैठक में पूर्व राज्यमंत्री जसवीर राणा, देवेन्द्र भट्ट, राकेश शर्मा, बीरेन्द्र रावत, महेश नेगी, शुभलोक रावत, विनोद रावत, श्रीधर बेदवाल, प्रताप सिंह टम्टा, अतुल नेगी, महेश शाह, इरशाद सल्मानी, रज्नीश रावत, दिनेश शर्मा, आशुतोष कंडवाल, विजेंद्र रावत, गौरव ठाकुर, भारत रावत आदि मौजूद थे।