ऊखीमठ में बंदरों का आतंक
-वैक्सीनेशन के लिए जा रही महिलाओं को बंदरों ने भगाया, वृद्ध को किया घायल
रुद्रप्रयाग। ऊखीमठ नगर में बंदरों के हमले की घटनाओं से लोगों में दहशत है। हर रोज बंदरों द्वारा हमले की घटनाएं सामने आ रही है। इधर बुधवार को वैक्सीन लगाने के लिए जा रही महिलाओं को बंदरों के झुंड ने काफी दूर तक भगाया जबकि ओंकारेश्वर मंदिर मार्ग में एक वृद्ध को बंदरों के झुंड ने घायल कर दिया। लोगों के शोर मचाने के बाद दोनों घटनाओं को रोका गया। बुधवार को ओंकारेश्वर मंदिर मार्ग पर बंदरों के झुंड ने हमला कर एक वृद्ध को घायल किया। वहीं टीकाकरण के लिए जा रही महिलाओं को भी बंदरो ने दौड़ाया। नगर क्षेत्र में बंदरों द्वारा राहगीरों पर हमला करने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। आए दिन बंदरो द्वारा लोगों को काटने की बात आम हो गयी है। बुधवार सुबह अपने घर के परिसर में घूम रहे जगदीश चन्द्र त्रिवेदी पर बंदरों के झुंड ने हमला किया। जिसके बाद शोर मचाने पर आसपास के पड़ोसी व राहगीरों ने किसी तरह बंदरो को भगाया। बंदरों ने उनकी गर्दन पर नाखूनों से घाव किए जिसके बाद उन्होंने उपचार किया। दूसरी ओर राइंका ऊखीमठ में वैक्सीन लगाने के लिए महिलाएं जा रही थी। इसी दौरान मंदिर मार्ग के निकट बंदर महिलाओं को काटने के लिए पीछे दौड़े जिसके बाद शोर करने पर स्थानीय लोगों ने किसी तरह बीच बचाव कर बंदरों को भगाया। इससे पूर्व रविवार को भी 40 वर्षीय व्यक्ति पर बंदरों ने हमला किया था। ऊखीमठ नगर में बंदरों से हमले की घटनाएं दिनों दिन लगातार बढ़ रही है। उसके बावजूद भी नगर पंचायत इस विकट समस्या के समाधान के लिए कोई प्रयास नहीं कर रहा है। बंदरों द्वारा हमले करने को पिछले एक महीने में एक दर्जन से अधिक घटनाएं हो चुकी हैं। बंदरो का खौफ ऐसा है कि बुजुर्ग व बच्चे अकेले घरों से बाहर नहीं निकल रहे हैं। पीएचसी ऊखीमठ के प्रभारी गोपाल सजवाण ने बताया कि बंदरों के हमले के बाद कई लोग घायलावस्था में उपचार के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।