ऋषिकेश()। गंगा की लहरों पर राफ्टिंग का रोमांच 29 सितंबर से शुरू होगा। बुधवार को पर्यटन विभाग की तकनीकी समिति ने सर्वे में गंगा का जलस्तर राफ्टिंग के अनुकूल पाया है, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया है। इससे न सिर्फ राफ्टिंग पर निर्भर कारोबारियों के चेहरे खिले हैं, बल्कि साहसिक पर्यटन के शौकीन भी फिर से राफ्टिंग का लुत्फ उठाने के लिए उत्साहित हैं। बुधवार की सुबह पर्यटन विभाग की तकनीकी समिति के सदस्य छह राफ्ट और दस क्याक लेकर गंगा में उतरे। उन्होंने ब्रह्मुपरी और अन्य स्थानों पर पर्यटकों के लिए राफ्टिंग सुरक्षित होने का सर्वे किया। दोपहर ढाई बजे तक चक चले सर्वे में गंगा का जलस्तर उन्हें राफ्टिंग अनुकूल मिला है। सर्वे होने के साथ ही 27 सितंबर से गंगा में देवप्रयाग से लेकर मुनिकीरेती स्थित खारास्रोत तक राफ्टिंग की अनुमति भी कंपनियों को जारी कर दी गई। राफ्टिंग शुरू करने का निर्णय होते ही इससे जुड़ी 263 कंपनियों के संचालकों में खुशी की लहर दौड़ गई। साहासिक पर्यटन अधिकारी जसपाल चौहान ने बताया कि गंगा में मरीन ड्राइव से लेकर खारास्रोत तक यह सर्वे किया गया है। इसमें तकनीकी समिति सदस्य अरविंद भारद्वाज, धर्मेंद्र नेगी, आईटीबीपी निरीक्षक बैनजोक और वन विभाग के अफसर भी थे। छह राफ्ट में 30 रिवर गाइड भी इस सर्वे का ही हिस्सा रहे। बताया कि गंगा का जलस्तर अब राफ्टिंग के लिए पूरी तरह अनूकुल है। कंपनियों देवप्रयाग से लेकर मुनिकीरेती में खारास्रोत तक शनिवार से राफ्टिंग का संचालन कर सकती हैं।