लाखों की लागत से शौचालय की हुई मरम्मत, चंद सप्ताह में ही खुली पोल
करीब पांच लाख रुपये की धनराशि से प्रेक्षागृह में की गई थी शौचायल की मरम्मत
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार: नगर निगम जनता के पैसों को किस तरह बर्बाद कर रहा है। इसका अंदाजा हाल ही में करीब पांच लाख की धनराशि फूंक की गई शौचालय की मरम्मत को देख लगाया जा सकता है। कुछ सप्ताह पूर्व नगर निगम ने जब इस शौचालय को आमजन के लिए खोला तो शौचालय की हालत बदहाल नजर आई। शौचालय के प्रवेश द्वार के समीप छत पर रखी टंकियों से पानी बाहर गिर रहा है। शौचालय में पानी की निकासी के लिए भी बेहतर व्यवस्था नहीं बनाई गई है। नतीजा, लाखों फूंकने के बाद भी आमजन को इस सार्वजनिक शौचालय का लाभ नहीं मिल पा रहा।
बदरीनाथ मार्ग स्थित प्रेक्षागृह में बने सार्वजनिक शौचालय की मरम्मत के लिए 4.97 लाख रुपये स्वीकृत किए गए थे। करीब आठ माह पूर्व मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद भी शौचालय पर ताले ही लटके रहे। ऐसे में प्रेक्षागृह के आसपास रहने वाले व्यापारियों की शिकायत के बाद नगर निगम ने एक सप्ताह पूर्व ही शौचालय के गेट पर लगे तालों को खोला। लेकिन, ताले खुलने के चंद दिन बाद ही मरम्मत कार्य की पोल खुल गई। शौचालय की छत पर रखी टंकियां लीक होने से पूरे दिन पानी बह रहा है। ऐसे में आमजन को टाइल्स में फिसलने का डर बना हुआ है। मरम्मत कार्य पूर्ण होने के बाद शौचालय की सफाई नहीं करवाई गई। जिससे पानी के निकासी के स्थान पर गंदगी के ढेर लगे हुए हैं।
मरम्मत के नाम पर केवल खानापूर्ति
नगर निगम में बने शौचालय की स्थिति पहले के जैसे ही बनी हुई है। शौचालय में मरम्मत के नाम पर केवल नई टाइल्स व अन्य सामान ही बदला हुआ नजर आ रहा है। जबकि, बरसात के समय आमजन को भीगने से बचने के लिए शौचालय में किसी तरह की व्यवस्था नहीं की गई है। जबकि, नगर निगम शौचालय में बेहतर सुविधाएं मुहैया करवाने के दावे कर रहा था।