ग्रामीणों की बाघ को नरभक्षी घोषित करने की मांग की
जयन्त प्रतिनिधि।
पौड़ी : नैनीडांडा और रिखणीखाल तहसील क्षेत्र के बाघ प्रभावित क्षेत्र के ग्रामीणों ने शुक्रवार को हल्दूखाल में बैठक कर बाघ को नरभक्षी घोषित कर उसे मारने के आदेश देने की मांग की। ग्रामीणों ने कहा कि बाघ के आंतक से क्षेत्र में दहशत का माहौल है। कहा कि जल्द ही बाघ के आंतक से निजात नहीं दिलाई गई तो ग्रामीण आंदोलन को बाध्य होगें।
हल्दूखाल में शुक्रवार को बैठक में वक्ताओं ने बाघ के न पकड़े जाने पर रोष व्यक्त करते हुए कहा कि समस्या का शीघ्र समाधान न हुआ तो क्षेत्र के लोग उग्र आंदोलन के लिए विवश होंगे। बैठक के बाद मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया। जिसमें मांग की गई कि बाघ को शीघ्र नरभक्षी घोषित कर उसे मारने के आदेश दिए जाएं। साथ ही मनरेगा व अन्य योजनाओं के माध्यम से ब्लाक के सभी गांवों में झाड़ी कटान का काम हो। गांव-गांव में फैल चुकी झाड़ियों के कारण जंगली जानवरों की आवाजाही आबादी क्षेत्र में हो रही है। कहा कि गांवों में तारबाड़ की योजना अमल में लाई जाए। क्षतिग्रस्त हो चुकी तारबाड़ को भी ठीक किया जाए। ग्रामीणों का कहना है कि कार्बेट पार्क हमारे क्षेत्र के लिए अभिशाप बन गया है। आए दिन बाघ से लेकर गुलदार आदि के हमलों में ग्रामीणों को अपनी जान गंवानी पड़ती है। क्षेत्र के लोगों को कार्बेट पार्क से कोई फायदा नहीं मिलता। मैदावन क्षेत्र से पर्यटन गतिविधियों को शुरू किया जाना चाहिए, ताकि स्थानीय युवाओं के लिए रोजगार के अवसर मिल सकें।