उत्तराखंड

ग्रामीणों ने श्रमदान कर स्वयं ही कर दी सड़क की मरम्मत

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चम्पावत। लंबे समय से सड़क की मरम्मत मांग कर रहे दूरस्थ गांव पंचायत कोट अमोड़ी और संदर्का के ग्रामीणों ने श्रमदान के जरिए स्वयं की ही सड़क को ठीक कर सिस्टम को आईना दिखा दिया। करीब दो साल पूर्व विधायक निधि से बनी सड़क के कई स्थानों में क्षतिग्रस्त होने के कारण ग्रामीणों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। ग्रामीणों की एकजुटता और परिश्रम से सड़क में अब वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। ग्राम पंचायत कोट अमोड़ी और संदर्का के ग्रामीणों ने एकजुट होकर गांव तक दोपहिया और चौपहिया वाहनों के लिए सड़क को खोल दिया है। गांव में सड़क न होने से ग्रामीणों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। विधायक निधि से गांव तक बनी कच्ची सड़क बेहद क्षतिग्रस्त हो जाने से सड़क पर वाहनों की आवाजाही करना खतरे से खाली नहीं था। जिसके बाद सभी ग्रामीणों ने एकजुट होकर श्रमदान से सड़क को वाहनों की आवाजाही लायक बनाकर मिसाल पेश की है। सड़क में दोपहिया और चौपहिया वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई है। श्रमदान करने वाले ग्रामीणों में हरीश चंद्र, शंकर दत्त भट्ट, चंद्रमणि भट्ट, दिनेश भट्ट, संजय भट्ट, गोविंद भट्ट, खिलानंद भट्ट, गोविंद भट्ट, कृष्णा नंद भट्ट, राजू भट्ट, लालमणि भट्ट आदि शामिल रहे।

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