उड़ेगी गांव के ग्रामीण अंधेरे में रात काटने में मजबूर
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : विकासखंड थलीसैंण के ग्राम उड़ेली के ग्रामीण अंधेरे में रात काटने को मजबूर है। बिजली न होने से जहां जंगली जानवरों का खतरा बना हुआ है। वहीं सांय होते ही ग्रामीण घरों में कैद होने को मजबूर है। ग्रामीणों ने विद्युत विभाग से जल्द से जल्द विद्युत आपूर्ति सुचारू करने की मांग की है।
ग्रामीणों ने बताया कि 28 अगस्त शाम को आकाशीय बिजली गिरने से बिजली का ट्रांसफॉर्मर जल गया था। जिस कारण विद्युत आपूर्ति बंद हो गई। बिजली न होने के कारण गांव वाले अंधेरा होने से पहले ही घरों में दुबक जा रहे हैं। गांव जंगल से सटा होने के कारण दिन में ही गांव के पास जंगली जानवर दिखाई देते है। रात के समय लाईट न होने के कारण हर समय अनहोनी घटना होने का खतरा बना हुआ है। रात के समय में कोई बीमार पड़ जाए तो दूसरे घर तक कोई जा भी नहीं सकता है। ग्रामीणों ने बताया कि संचार सुविधा भी ठप होने से किसी से सम्पर्क नहीं हो पा रहा है। कहा कि इस क्षेत्र में बाघ और भालू का विशेष खतरा बना हुआ है। पूर्व प्रधान प्रताप सिंह गुसांई ने बताया कि ट्रांसफॉर्मर लगाने की मांग को लेकर विद्युत विभाग को लिखित शिकायत दी गई है। उन्होंने बताया कि विद्युत विभाग के जेई धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि ट्रांसफॉर्मर कोटद्वार से आएगा, इसलिए दो दिन बाद ही ग्राम उड़ेगी में ट्रांसफॉर्मर लग पायेगा।