हरियाणा की गली-गली से भरोसा दिल से, भाजपा फिर से की आवाज आ रही है : पीएम मोदी
नई दिल्ली ,हरियाणा विधानसभा चुनाव के प्रचार खत्म होने के ठीक पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्य की जनता के नाम सोशल मीडिया पर एक मैसेज लिखा। इसमें पीएम मोदी ने दावा किया कि हरियाणा में तीसरी बार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की सरकार बनने जा रही है। उन्होंने कहा कि हरियाणा की गली से एक ही आवाज आ रही है, भरोसा दिल से, भाजपा फिर से। इसके साथ ही उन्होंने कांग्रेस को निशाने पर लेते हुए कहा कि हरियाणा की देशभक्त जनता, कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेगी।
पीएम मोदी ने गुरुवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, अब से कुछ देर में हरियाणा विधानसभा चुनाव का प्रचार अभियान समाप्त हो जाएगा। बीते कुछ दिनों में मैंने पूरे राज्य की यात्रा की है। मैंने लोगों का जो उत्साह देखा है, उसे देखकर मुझे ये पक्का विश्वास है कि हरियाणा के लोग भाजपा को फिर अपना आशीर्वाद देने वाले हैं। हरियाणा के देशभक्त लोग, कांग्रेस की विभाजनकारी और नकारात्मक राजनीति को कभी स्वीकार नहीं करेंगे। एक अन्य पोस्ट में उन्होंने आरक्षण का जिक्र कर कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा, कांग्रेस के नेताओं ने आरक्षण खत्म करने का बयान देकर अपने इरादे जता दिए हैं। हरियाणा का पिछड़ा और दलित समुदाय जातिगत हिंसा रोकने में विफल रहने पर पहले से ही कांग्रेस से नाराज चल रहा है। इसलिए, लोगों ने कांग्रेस को फिर कड़ी सजा देने का मन बना लिया है। हरियाणा की गली-गली से एक ही आवाज आ रही है- भरोसा दिल से, भाजपा फिर से।
पोस्ट के अंत में पीएम मोदी ने लिखा, आज पूरी दुनिया की नजरें भारत पर हैं। दुनिया, भारत की ओर बहुत आशा और उम्मीद से देख रहा है। ऐसे में यह बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हरियाणा के लोग एक ऐसी सरकार चुनें, जो भारत को मजबूती देने की दिशा में प्रयास करे। कांग्रेस कभी देश को मजबूत नहीं बना सकती। इसलिए, मैं हरियाणा के अपने मतदाताओं से आग्रह करता हूं कि वे फिर से भाजपा को अपना आशीर्वाद जरूर दें।
बता दें कि हरियाणा की सभी 90 विधानसभा सीटों के लिए 5 अक्टूबर को वोटिंग होनी है, जबकि चुनाव के नतीजे 8 अक्टूबर को घोषित किए जाएंगे। राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी हैं। हरियाणा में मुख्य मुकाबला सत्तारूढ़ भाजपा और कांग्रेस के बीच माना जा रहा है। हालांकि, कांग्रेस के साथ गठबंधन की आस लगाए आम आदमी पार्टी (आप) ने नाकामी मिलने के बाद अकेले ही अपने प्रत्याशी उतारे हैं।
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