धनराशि स्वीकृति के बाद भी नहीं बन रही ट्रेंचिंग ग्राउंड की दीवार
सुरक्षा दीवार नहीं होने से खोह नदी में गिर रहा ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : नगर निगम अपनी जिम्मेदारियों को लेकर कितना लापरवाह है इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है। बजट जारी होने के बाद भी नगर निगम गाड़ीघाट में बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण की सुध नहीं ले रहा। नतीजा ट्रेंचिंग ग्राउंड की गंदगी खोह नदी में गिरने से उसका जल दूषित हो रहा है। जबकि, कई काश्तकार नदी के जल का उपयोग खेती व मवेशियों को पिलाने के लिए करते हैं।
गत वर्ष 13 अगस्त को हुई अतिवृष्टि से उफान पर बनी खोह नदी ने ट्रेंचिंग ग्राउंड की सुरक्षा दीवार को बहा दिया था। यही नहीं ट्रेंचिंग ग्राउंड का कुछ हिस्सा भी नदी की भेंट चढ़ गया था। वर्षा काल के बाद से ट्रेंचिंग ग्राउंड का कूड़ा लगातार खोह नदी में गिर रहा है। नदी दूषित होने से जलीय जीवों पर खतरा मंडरा रहा है। पूर्व में सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए नगर निगम ने सिंचाई विभाग को पत्र भेजा था। इसके लिए विभाग ने 1.5 करोड़ रुपये का प्रस्ताव जिला प्रशासन को भेजा। लेकिन, इस प्रस्ताव को स्वीकृति नहीं मिल पाई। ऐसे में अब शासन ने राज्य वित्त में बाढ़ सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए डेढ़ करोड़ की धनराशि स्वीकृत की है। धनराशि स्वीकृत होने के बाद भी नगर निगम धरातल पर निर्माण कार्य शुरू नहीं कर पा रहा है। ऐसे में नगर निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
तो हो सकती है समस्या
सुरक्षा दीवार ढहने के बाद से ट्रेंचिंग ग्राउंड की भूमि नीचे से खोखली होती जा रही है। ऐसे में यदि जल्द सुरक्षा दीवार का निर्माण नहीं हुआ तो भूमि बहने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में नगर निगम के समक्ष कूड़ा निस्तारण की समस्या खड़ी हो सकती है। वर्तमान में ट्रेंचिंग ग्राउंड में शहर के चालीस वार्डों का कूड़ा एकत्रित किया जाता है। ट्रेंचिंग ग्राउंड की सुरक्षा दीवार निर्माण के लिए 1.5 करोड़ की धनराशि स्वीकृत है। कार्यदायी संस्था सिंचाई विभाग दुगड्डा है। दीवार निर्माण का कार्य जल्द शुरू करने के लिए कार्यदायी संस्था को पत्र भेजा गया है।..वैभव गुप्ता, नगर आयुक्त