वैज्ञानिक पद्धति के पालन करने का तरीका हमारी सभ्यता और विरासत में : डा. जोशी
श्रीनगर गढ़वाल : हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विवि के भौतिकी विज्ञान विभाग में व्याख्यानमाला आयोजित की गई। जिसमें छात्र-छात्राओं को विज्ञान के साथ ही टेक्नोलॉजी को और बढ़ावा देने के लिए प्रेरित किया गया।
इस मौके पर मुख्य वक्ता के रूप में पहुंचे आईआईएससी बैंगलोर के असिस्टेंट प्रोफेसर और गढ़वाल विवि पुरातन छात्र डा. भगवती प्रसाद जोशी ने कहा कि विज्ञान हमारे दैनिक जीवन में जागने से सोने तक जीवन भर चलता रहता है। कहा कि वैज्ञानिक पद्धति के पालन करने का तरीका हमारी सभ्यता और विरासत में है। कहा सभी वैज्ञानिक विधियां हमारी खुद की है जो कि हमारे ऋषियों और मुनियों से हमें पीढ़ी दर पीढ़ी प्राप्त हुई है। इसलिए विद्यार्थियों को वैज्ञानिक रूप से अपने आसपास की दैनिक गतिविधियों से जुड़ना चाहिए। विज्ञान में प्रयोग करते समय परंपरागत साधनों की उपलब्धता नहीं होने पर भी प्रयोग नहीं रुकना चाहिए बल्कि उनके विकल्प खोजने चाहिए। कार्यक्रम में रिसर्च इंस्टीट्यूट चेन्नई के फिजिसिस्ट एवं डाटा साइंटिस्ट डॉ. जयंती प्रसाद भट्ट ने साइंस एक्सपो के महत्व पर प्रकाश डाला और बच्चों को अपने अंदर नवाचार की प्रवृत्ति उत्पन्न करने की सलाह दी। उन्होंने नवाचार के क्रमवार तरीकों को भी समझाया। इस मौके पर डीन स्कूल ऑफ साइंस प्रो. एससी भट्ट, विभागाध्यक्ष भौतिकी प्रो. टीसी उपाध्याय् , प्रो. हेमवती नंदन, डा. आलोक सागर गौतम, डा. संजीव आदि मौजूद थे। संचालन डा. आलोक सागर गौतम ने किया। (एजेंसी)