मौसम ने बदली करवट और आंधी का कहर चला राजधानी में
देहरादून। उत्तराखंड में सोमवार दोपहर के बाद मौसम ने अचानक करवट बदल ली। जिसका असर पूरे राज्य में देखने को मिला। पहाड़ों पर बारिश हुई तो वहीं राजधानी देहरादून में तेज आंधी आई। इस बीच मौसम का कहर देखने को मिला। आंधी के चलते राजपुर थाना क्षेत्र में एक वाहन पर विशालकाय पेड़ गिर गया। हादसे में पांच लोग गंभीर घायल हो गए है। जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तो वहीं पिथौरागढ़ में भी बारिश और आंधी ने कहर बरपाया है। कहीं पेड़ गिरे है तो कहीं छत उड़ने की खबर है।
सोमवार शाम आई तेजी आंधी के दौरान ओल्ड मसूरी और मसूरी रोड पर एक-एक पेड़ सड़क पर गिर गया। ओल्ड मसूरी रोड पर जिस वक्त पेड़ गिरा, तब वहां से बिजली विभाग के ठेकेदार के सात कर्मचारी ट्रैक्टर-ट्राली से गुजर रहे थे। वह पेड़ की चपेट में आ गए। इनमें तीन को ज्यादा चोट आई है।
राजपुर थानाध्यक्ष मोहन सिंह ने बताया कि तेज आंधी के दौरान ओल्ड मसूरी और मसूरी रोड पर पेड़ गिरने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान पता लगा कि ओल्ड मसूरी रोड पर जो पेड़ गिरा है, उसके नीचे ट्रैक्टर-ट्राली सवार लोग दब गए। पुलिस ने अग्निशमन विभाग की टीम मौके पर बुलाकर पेड़ कटाए और घायलों को एंबुलेंस से दून अस्पताल भिजवाया। घायलों में अजय, विनोद, रजनीश को ज्यादा चोट आई है।
उन्होंने बताया मौके पर पेड़ काटकर हटाने में करीब आधे घंटे का वक्त लग गया। इस दौरान मसूरी मार्ग और ओल्ड मसूरी मार्ग पर ट्रैफिक बाधित हो गया है।
बताया जा रहा है कि वहीं उच्च हिमालयी जिले पिथौरागढ़ में आंधी-पानी के काफी नुकसान पहुंचा है। धारचूला और मुनस्यारी में भारी बारिश हुई। बंगापानी तहसील में तेज हवाएं चलने से गोरी नदी पर बने पैदल पुल की रैलिंग टूट गई। धारचूला में भारी बारिश और ओलावृष्टि से नालियों का पानी सड़कों पर बहा। एक दर्जन से अधिक दुकानों और मकानों में पानी घुस गया है। थल, लालघाटी क्षेत्र में चले अंधड़ से थल और लालघाटी में पेड़ गिरने से दो कार और एक मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पतेत में एक गोशाला की छत उड़ गई । थल बाजार में दुकानों के आगे रखी कुर्सियां उड़ गई । मार्ग पर पेड़ गिरने से एक घंटे तक अस्कोट-कर्णप्रयाग और थल-मुनस्यारी मार्ग बंद रहा।