उत्तराखंड

जलागम संरक्षण व सम्वर्द्धन के कार्य जनसहभागिता से ही होंगे सफल

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रुद्रप्रयाग जिले के चोपड़ा क्षेत्र में भौंसारी गदेरे के पुनर्जीवन का कार्य जनसहभागिता से अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में अवश्य सफल होगा। भौंसारी वाटरशेड फाउंडेशन द्वारा इसकी जो कार्य-विधि तय की गई है, वह अभिनव है। जनता को साथ लेकर किये जाने वाले इस अभियान से अन्य संस्थायें भी सीख लेंगी, यह विश्वास जनपद रुद्रप्रयाग के मनरेगा लोकपाल सी पी चमोली ने कोठगी में आयोजित ग्राम जलागम समिति के गठन हेतु आयोजित बैठक में व्यक्त किये। उन्होंने इसमें महिलाओं की उत्साहपूर्ण भागीदारी को कार्यक्रम की सफलता की गारंटी बताया तथा फाउंडेशन के इस आयोजन में भागीदारी को अपना सौभाग्य बताते हुए विश्वास दिलाया कि वे इस कार्यक्रम की सफलता में हर सम्भव सहयोग प्रदान करेंगे।
कोठगी गाँव की महिला मंगल दल की अध्यक्ष सोनाली देवी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में भौंसारी वाटरशेड फाउंडेशन के अधिशाषी निदेशक सतेंद्र सिंह भण्डारी ने बताया कि जिले के पूर्व जिलाधिकारी मंगेश घिल्डियाल जी ने पानी की कमी से जूझ रहे इस क्षेत्र के लोगों को प्रेरित किया कि वे वर्षाजल के संरक्षण व संग्रहण से इस संकट का सामना कर सकते हैं। उन्हीं के नेतृत्व में 2019 में भौंसारी गदेरे के पुनर्जीवन का कार्य आरम्भ हुआ और इसके दूसरे चरण को मनरेगा के अंतर्गत आरम्भ कर दिया गया है। फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक रमेश पहाड़ी ने महिला मंगल दल कोठगी को धन्यवाद देते हुए आशा जताई कि समाज की जरूरत और माँग पर राज अर्थात सरकार ने कार्ययोजना बना कर लोगों को दी है। अब समाज की जिम्मेदारी है कि वह इसे सफल बनाये। उन्होंने मनरेगा से जुड़े अधिकारियों से अनुरोध किया कि वे इस अभिनव कार्यक्रम को सफल बनाकर पानी के उत्पादन का संकल्प पूरा करें। उन्होंने रेल विकास निगम का भी आभार व्यक्त करते हुए बताया कि उसके आर्थिक सहयोग से स्थानीय लोग, मुख्य रूप से महिलाएं उपलब्धियों का एक नया अध्याय लिखने की ओर कदम बढ़ा रहीं हैं।
बैठक में उपस्थित फाउंडेशन के निदेशक, उद्यमियों व पंचायत प्रतिनिधियों के क्षमतावर्द्धन में जुटे सुभाष पुरोहित ने क्षेत्रवासियों का आह्वान किया कि वे इस कार्यक्रम को सफल बनाकर देश-समाज के समक्ष एक नया आदर्श स्थापित करें। उन्होंने सरकारी कार्मिकों का भी आह्वान किया कि वे अपनी पूरी क्षमता से लोकसहभागिता के इस अभियान को सफल बनाने में अपनी पूरी शक्ति व ज्ञान लगा दें। ग्राम जलागम समिति क्वीली की अध्यक्ष देवेश्वरी देवी ने कहा कि जलागम संरक्षण के जो कार्य अभी तक किये गए हैं, वे इसलिए सफल हुए हैं कि ग्राम जलागम समिति के सभी सदस्य व कार्यकर्ता संगठित होकर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने नवगठित ग्राम जलागम समिति के प्रति अपनी शुभकामनाएं व्यक्त कीं। ग्राम विकास अधिकारी सुशील मैठाणी ने जल के वर्तमान संकट के लिए स्वयं को जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सब मिलकर ही इस संकट का समाधान निकाल सकते हैं। मनरेगा अभियन्ता हिमांशु पंवार ने कार्ययोजना पर प्रकाश डालते हुए कहा कि जलागम समिति के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कार्य किये जायेंगे।
बैठक में स्वास्थ्य, बाल व महिला विकास कर्मियों और वन पंचायत सरपंच ने भी भागीदारी की और कार्यक्रम की सफलता के लिए प्रयास का विश्वास दिलाया।
श्रीमती सोनाली देवी की अध्यक्षता में सम्पन्न बैठक में ग्राम जलागम समिति कोठगी का गठन किया गया, जिसमें सर्वसम्मति से अध्यक्ष प्रभा देवी तथा सदस्य सोनाली देवी, नीमा देवी, शशि देवी, विक्कू देवी, सर्वेश्वरी देवी, विनीता देवी, सरिता देवी और निर्मला देवी चुने गए। उसके उपरांत ग्राम जलागम समिति द्वारा सर्वसम्मति से मुन्नी देवी और सविता देवी को जलागम संरक्षक मनोनीत किया गया।

 

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