जिला अस्पताल में भर्ती श्रमिकों ने शुरू किया सत्याग्रह आंदोलन
रुद्रपुर। करोलिया लैटिन प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के श्रमिक अपनी मांगों को लेकर भूख हड़ताल कर रहे हैं। तीन श्रमिकों की हालत बिगड़ने पर पुलिस ने एक-एक कर तीनों को जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया। यहां पर भी श्रमिकों ने अपनी जिद नहीं छोड़ी और अस्पताल में सत्याग्रह आंदोलन शुरू कर दिया है। अब उनके भोजन न करने से प्रशासन चिंता में है। पुलिस प्रशासन श्रमिकों से भूख हड़ताल खत्म करने की अपील कर रहा है। पिछले काफी दिन से करोलिया कंपनी के श्रमिक गांधी पार्क में अनिश्चिकालीन भूख हड़ताल पर हैं। रविवार की रात पुलिस ने अनशनकारी श्रमिक देव सिंह को जबरन उठा लिया। इससे अन्य श्रमिक आक्रोशित हो गए। अस्पताल में भर्ती कराने के बाद भी श्रमिक ने अपनी भूख हड़ताल नहीं तोड़ी। इसके बाद आक्रोशित श्रमिक शैलेश कुमार ने भूख हड़ताल शुरू कर दी। जिस पर पुलिस ने उसको भी उठा लिया और जिला अस्पताल भर्ती करा दिया। वह लोग जिला अस्पताल में भूख हड़ताल कर ही रहे थे कि उसके बाद वीरेंद्र को भी पुलिस ने उठा लिया। इसके बाद तीनों को वार्ड 8 में भर्ती करा दिया। उनको ग्लूकोज की बोतल लगाई गई है। इस दौरान जिला अस्पताल में श्रमिकों ने बताया कि उन्हें भोजन कराने के लिए बाध्य किया जा रहा है। उन पर दबाव बनाया जा रहा है, मगर वह भूख हड़ताल को नहीं तोड़ेंगे।श्रमिकों ने कहा कि अगर यही हाल रहा तो फिर वे कलक्ट्रेट में अनशन शुरू करने के लिए बाध्य होंगे। वहीं श्रमिकों ने कहा कि कंपनी ने यूनियन बनाने पर 11 श्रमिकों को अवैध रूप से बर्खास्त कर दिया है। श्रमिकों ने कहा कि यह धरना जारी रहेगा। श्रमिकों के भूख हड़ताल करने से चिकित्सकों की नींद उड़ गई है। वहीं एलआईयू और पुलिस में भी चिंता बनी हुई है। चिकित्सकों का कहना है कि उन्हें अधिक दिन तक ग्लूकोज पर नहीं चलाया जा सकता। जिला अस्पताल में तीनों श्रमिक स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में हैं।