जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : सिद्धपीठ सुखरो देवी मंदिर में आयोजित शिवमहापुराण कथा करते हुए आचार्य राकेश लखेड़ा ने शिव महिमा का वर्णन किया। कहा कि शिव तत्व से ही यह संसार संचालित हो रहा है। कहा कि प्रत्येक मानव को देवों के देव महादेव भगवान शिव की नियमित अराधना करनी चाहिए। जिससे स्वंय व विश्व का कल्याण हो सकता है।
राज्य निर्माण आंदोलनकारी व समाज सेवी स्व. सुधा सती की स्मृति में आयोजित शिवमहापुराण कथा करते हुए आचार्य राकेश लखेड़ा ने मानव की संकल्प शक्ति को भी जीवन की सफलता की कुंजी बताया। कहा कि बगैर संकल्प के कोई भी काम पूरा नहीं हो सकता है। वर्तमान में भी लोग अधूरे मन से कार्य शुरू तो कर देते हैं। लेकिन कठिन संघर्ष करने के बाद भी उसे उस काम में सफलता नहीं मिल पाती है। जिससे वह उस काम को अधूरे में ही छोड़ देता है। कहा कि किसी भी कार्य को करने से पहले संकल्प शक्ति की जरूरत होती है। यदि मन में किसी भी कार्य करने के लिए संकल्प ले लिया है तो वह कार्य निश्चित रूप से पूरा हो जाता है। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने भी शिवमहापुराण कथा का श्रवण किया। उन्होंने स्व. सुधा सती को उत्तराखंड राज्य निर्माण की सच्ची आंदोलनकारी बताया। कहा कि सुधा सती जैसी अनेकों आंदोलनकारियों के संघर्ष की बदौलत उत्तराखंड राज्य का निर्माण हुआ है। कहा कि सुधा सती ने ही लगभग बीस साल पहले कोटद्वार में शिवमहापुराण कथा शुरू करवाने की शुरूआत की थी। उन्होंने अपने पूरे जीवन में महिलाओं को जागृत करने का प्रयास किया। कहा कि आज उनका पूरा परिवार उनके माध्यम से शुरू की गई पंरपरा का निर्वहन कर समाज को धर्म व शस्त्रों के प्रति जागरूक करने का प्रयास कर रहा है। कहा कि शिवमहापुराण कथा मात्र एक कहानी नहीं है। शिवमहापुराण कथा में जीवन का सार छिपा हुआ है। विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूडी भूषण ने कीर्तन मंडलियों को भी स्मृति चिंह देकर सम्मानित भी किया। इस मौके पर विजय लखेड़ा, नवीन चौधरी, लता बिष्ट, शंकर दत्त गौड़, जनार्दन ध्यानी, हरीश सती, मनीष सती मौजूद रहे।