बेटियों के बेहतर कल के लिए उनके आज को संवारने की जरूरत
जयन्त प्रतिनिधि।
थलीसैंण : अंतरराष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में राजकीय महाविद्यालय थलीसैंण में हमारा समय हमारे अधिकार हमारा भविष्य थीम पर जनजागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिला कार्यक्रम समन्वयक आशीष रावत ने कहा कि समाज में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पीछे नही हैं। समाज में बालिकाओं को अपने अधिकारों के प्रति जागरूक होना चाहिए, बालिकाओं के लिए समाज में समान शिक्षा, मौलिक आजादी सशक्त, सुरक्षित और बेहतर माहौल होना चाहिए। कहा कि भारतीय संविधान व कानून भी महिलाओं को समानता और सुरक्षा का अधिकार प्रदान करता है, बेटियों के कल को बेहतर बनाने के लिए उनके आज को संवारने की जरूरत है।
कार्यक्रम समन्वयक आशीष रावत द्वारा लिंग चयन, लैंगिक भेदभाव के संबंध में व अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर स्वास्थ्य विभाग द्वारा की जाने वाली कार्यवाही व प्रक्रिया के बारे में छात्र-छात्राओं को जानकारी दी। कहा कि समाज में बालिकाओं के साथ भेदभाव को मिटाने उनकी स्थिति को बेहतर बनाने व उन्हें अपने अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से भी लिंगानुपात को कम करने और बालिकाओं के बेहतर स्वास्थ्य को लेकर समय-समय पर जन जागरूकता कार्यक्रम चलाये जाते हैं। उन्होंने कहा कि जिले में लिंगानुपात की स्थिति में लगातार सुधार हो रहा है। समाज में बालिकाओं के साथ सामाजिक भेदभाव और सामाजिक शोषण पर विराम लगना चाहिए, जिसका बालिकाएं हर रोज सामना करती हैं। कार्यक्रम में कॉलेज की प्राचार्य डा. रेनू बंसल, मनमोहन देवली, नम्रता गुसांई आदि मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन डॉ. सुधीर रावत ने किया।