उत्तराखंड

चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सस्टेनेबल बनाने की जरूरत

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देहरादून। एसडीसी फाउंडेशन ने गुरुवार को प्रेस क्लब में चारधाम यात्रा 2024 पर ‘पाथवेज टू पिलग्रिमेज : डेटा इनसाइट्स, चैलेंजस एंड अपॉर्चुनिटी रिपोर्ट जारी की है। फाउंडेशन ने इस रिपोर्ट के आधार पर चारधाम यात्रा को सुरक्षित और सस्टेनेबल बनाने का सुझाव दिया है। इसके साथ ही कैरिंग कैपासिटी और आपदा प्रबंधन पर ध्यान देने की जरूरत बताई। यात्रा पंजीकरण को सरल बनाने का भी सरकार को सुझाव दिया है। फाउंडेशन के संस्थापक अनूप नौटियाल ने बताया कि रिपोर्ट में 192 दिन की यात्रा का लेखा-जोखा है। बताया कि यात्रा पर आए कुल यात्रियों में से 41 फीसदी यात्रियों ने पहले महीने में यात्रा की है। जबकि 59 फीसदी ने बाकी पांच महीने में यात्रा की है। यात्रा के दूसरे हफ्ते में पांच लाख 63 हजार 292 यात्रियों ने यात्रा की है, जो कि यात्रा पर आए कुल यात्रियों की संख्या का 12 प्रतिशत है। बताया कि यात्रा का दायरा बढ़ा है। यह विस्तार कई बड़ी चुनौतियों के साथ हुई, जिनका समाधान करने की जरूरत है। फाउंडेशन ने सुरक्षित और सस्टेनेबल यात्रा प्रबंधन के लिए दस सुझाव दिए हैं। उन्होंने धामों की कैरिंग कैपासिटी, आपदा प्रबंधन, तीर्थयात्रियों के पंजीकरण को सरल बनाने, यात्रा रूट और धामों में सुविधाएं दुरुस्त करने, राजस्व बढ़ोत्तरी के उपाय करने, सभी हितधारकों की सलाह दिलाने, राज्य में आपदा प्राधिकरण स्थापित करने, शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने और स्थानीय लोगों के हितों अनदेखी न करने का सुझाव दिया है।

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