बिहार में गठबंधन बदलने की चर्चा, नीतीश कुमार ने कहा- ऐसी तो कोई बात नहीं हो रही
पटना , एजेंसी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शनिवार को इस चर्चा को सिरे से खारिज कर दिया कि वह गठबंधन बदलने जा रहे हैं।
राजधानी में आयोजित एक कार्यक्रम से लौटने के क्रम में पत्रकारों ने उनसे पूछा कि गठबंधन बदलने की बात कही जा रही है तो उन्होंने कहा कि ऐसी कोई बात नहीं है।
उन्होंने उल्टे सवाल करते हुए कहा कि कहां से सुन लेते हैं इस तरह की बात? चिंता मत कीजिए। विपक्ष की एकजुटता से जुड़े प्रश्न पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो सभी के हित में यह चाह रहे हैं।
हमारी अपनी कोई ख्वाहिश नहीं। कांग्रेस से हमने बराबर अपील की है। हाल में भी दो बार कहा है। हम तो इंतजार कर रहे हैं। बाकी लोग भी सकारात्मक बोल रहे हैं।
जो फाइनल करेंगे, उसके बाद ही कुछ होगा। नौ दलों द्वारा केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग के बारे में प्रधानमंत्री को पत्र लिखे जाने के मामले में जदयू के अलग रहने पर भाजपा द्वारा उठाए गए सवाल पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हम तो रात-दिन काम करते रहते हैं। अलग-अलग पार्टियां अलग-अलग काम करती रहती हैं। हम तो काम में सक्रिय हैं। हमारी इच्छा यह है कि ज्यादा से ज्यादा दल एकजुट हो जाएं। एक राउंड हमने बात कर ली है। यदा-कदा बात होती रहती है। जब होगा तो जाएंगे। छोटी-मोटी चीज के लिए कहां जाने की जरूरत है। जिस पार्टी को जैसा लगता है, वह काम करती रहती है। मेरा अभी वहां पहुंच जाना कोई आवश्यक नहीं है। जब सबकुछ हो जाएगा तो हमारे जाने की जरूरत होगी तो जाएंगे। बिहार में तो सात दल मिलकर काम कर रहे हैं। यहां कोई दिक्कत नहीं। बिहार में शराबबंदी के अध्ययन को छत्तीसगढ़ से आई टीम के बारे में मुख्यमंत्री ने कहा कि टीम से बहुत अच्टे ढंग से बात हुई है। हमने उन्हें 2018 के सर्वे के बारे में बताया कि शराबबंदी लागू होने के बाद 1़64 करोड़ लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है।
इसके बाद जब हाल में सर्वे कराया तो यह बात सामने आई कि 1़82 करोड़ लोगों ने शराब पीना छोड़ दिया है। बिहार में 99 प्रतिशत महिलाएं शराबबंदी के पक्ष में हैं। वहीं 92-93 प्रतिशत पुरुष शराबबंदी का समर्थन करते हैं।