कोटद्वार सीट पर मुकाबला हुआ कड़ा, धीरेंद्र चौहान ने किया निर्दलीय नामांकन
-कांग्रेस के साथ ही भाजपा के लिए भी बन सकते हैं चुनौती
-कोटद्वार विधानसभा सीट पर रोचक हुआ चुनावी महासंग्राम
जयन्त प्रतिनिधि।
कोटद्वार : कोटद्वार विधानसभा सीट पर चुनावी महासंग्राम रोचक हो गया है। नामांकन के अंतिम दिन भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष धीरेंद्र चौहान ने पार्टी से बगावत कर निर्दलीय नामांकन पत्र जमा कराया। धीरेंद्र चौहान के चुनावी मैदान में उतरने से जहां कांग्रेस के लिए मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं, वहीं भाजपा पर भी इसका असर साफ देखने को मिलेगा। जो भी हो हॉट सीट कही जाने वाली कोटद्वार विधानसभा सीट पर 2022 का विधानसभा चुनाव अब किसी भी दल के लिए इतना आसान नहीं रहने वाला है।
भारतीय जनता पार्टी की ओर से रणनीतिक तौर पर पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की पुत्री और यमकेश्वर विधायक रितु भूषण खंडूड़ी को कोटद्वार विधानसभा सीट से चुनावी मैदान में उतारा गया। भाजपा को उम्मीद है कि जनता भावनात्मक रूप से रितु भूषण खंडूड़ी से जुड़ेगी और 2012 में हुई भुवन चंद्र खंडूड़ी की हार का बदला लेगी। हालांकि, भाजपा के इस कदम से पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष व टिकट के प्रबल दावेदार धीरेंद्र चौहान व उनके समर्थक नाखुश नजर आए। दैनिक जयन्त से वार्ता में उन्होंने कहा था कि भाजपा ने अपने इस कदम से कांग्रेस को कोटद्वार विधानसभा सीट गिफ्ट में दे दी है। उन्होंने पूर्व में ही ऐलान किया था कि वह निर्दलीय चुनाव लड़ कोटद्वार सीट को कांग्रेस की झोली में जाने से रोकेंगे। शुक्रवार को उन्होंने अपने कहे अनुसार निर्दलीय नामांकन किया और चुनावी बिगुल फूंक दिया। जिससे कोटद्वार में विधानसभा चुनाव काफी रोचक हो गया है।
धीरेंद्र चौहान को मनाने में नाकाम हुआ भाजपा हाईकमान
धीरेंद्र चौहान निर्दलीय चुनाव लड़ने के संकेत काफी पहले दे चुके थे। राजनीतिक गलियारों में ऐसी चर्चा थी कि भाजपा हाईकमान उन्हें मनाने के लिए प्रयास कर रहा है। बताया जा रहा है कि हाल ही में उन्हें उच्च पद पर भी जिम्मेदारी सौंपने का आश्वासन दिया गया था। हालांकि, वह ऐसे किसी भी आश्वासन में नहीं आए और पार्टी के खिलाफ ही चुनावी मैदान में खड़े हो गए हैं।
त्रिकोणीय मुकाबला होगा काफी रोचक
कोटद्वार विधानसभा सीट पर कांग्रेस से पूर्व काबीना मंत्री सुरेंद्र सिंह नेगी ने ताल ठोकी है तो भाजपा से यमकेश्वर विधायक व पूर्व मुख्यमंत्री भुवन चंद्र खंडूड़ी की बेटी रितु भूषण खंडूड़ी को मैदान में उतारा गया है। उधर, धीरेंद्र चौहान ने निर्दलीय नामांकन पत्र जमा कर चुनावी मुकाबले को त्रिकोणीय बना दिया है। अब देखना होगा कि कोटद्वार में यह त्रिकोणीय मुकाबला कितना रोचक होता है।