इगास पर पछुवादून में पारंपरिक व्यंजनों की महक रही
विकासनगर। पछुवादून में मंगलवार को इगास पर्व धूमधाम से मनाया गया। इगास को लेकर सुबह से ही आम से लेकर खास तक सभी में उत्साह दिखा। डाकपत्थर में युवाओं ने शिशु विद्या मंदिर के परिसर में भव्य आयोजन किया। ढोल, दमाऊं और मशकबीन की धुन पर देर रात तक झुमैलो, रासों, थड्या, चौंफुला नृत्य की धूम रही। बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ ही गढ़भोज में पारंपरिक गढ़वाली व्यंजनों की महक रही। गढ़वाल मूल के लोगों ने इगास के दिन घरों में कोठार (अनाज रखने के लिए लकड़ी का बर्तन) में नया अनाज भी भरा। शाम ढलते ही घरों में दीप जलाए गए। लोगों ने पारंपरिक पकवान बनाकर एक दूसरे को इगास की शुभकामनाएं दी। कहा जाता है कि वीर माधो सिंह भंडारी तिब्बत युद्ध पर गए थे और दीवाली तक लौटे नहीं। ऐसे में क्षेत्र में दीवाली नहीं मनाई गई। इसके बाद वीर माधो सिंह भंडारी दीवाली के 11वें दिन युद्ध जीतकर लौटे तो उनके लौटने की खुशी में क्षेत्रभर में धूमधाम से दीवाली मनाई गई।