ऋषिनगरी में गुरुवार को भी नहीं खिली धूप
ऋषिकेश। ऋषिनगरी में गुरुवार को भी सूर्यदेव के दर्शन नहीं हुए। कोहरे के बीच तेज गति से चलीं सर्द हवाओं ने ठिठुरन बढ़ा दी। इसके चलते बाजारों में कम चहल-पहल रही। सुबह के समय घना कोहरा छाने से नौकरीपेशा के साथ दिहाड़ी मजदूरों को दिक्कतें आईं। गुरुवार को ऋषिकेश का अधिकतम तापमान 16 डिग्री जबकि न्यूनतम तापमान 10 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। गुरुवार को सुबह के समय कोहरा छाने के साथ आसमान में बादलों की आवाजाही का सिलसिला दिनभर चला। सर्द हवाओं के चलते पारा लुढ़कने से ठिठुरन बढ़ गई। इससे नौकरीपेशा के साथ दिहाड़ी मजदूरों को परेशानी आई। काम न मिलने पर उन्हें मायूस लौटना पड़ा। ठिठुरन के चलते गुरुवार को कई लोग देरी से दफ्तर पहुंचे। कोहरे के चलते रेल, हवाई सेवाएं भी प्रभावित हो रही हैं। गुरुवार को दिल्ली रूट पर चलने वाले रोड़वेज बस की सेवाओं पर भी असर पड़ा है। बसों की समयसारिणी गड़बड़ाने से सफर करने वाले लोगों को दिक्कत आई। ऋषिकेश से दिल्ली के बीच आमूमन चार से पांच घंटे का समय लगता है। लेकिन इन दिनों छह घंटे से अधिक समय लग रहा है। गुरुवार को ट्रेन सेवाएं भी प्रभावित रही। उत्कल एक्सप्रेस, ब्रांदा एक्सप्रेस समेत कई ट्रेनें दो से तीन घंटे देरी से ऋषिकेश पहुंचीं।
ठंड से पर्यटकों को आई परेशानी
नववर्ष का जश्न मनाने ऋषिकेश पहुंचे पर्यटको को भी ठंड से जूझना पड़ रहा है। सर्द हवाएं चलने से पर्यटक अपने होटल,कैंप से बाहर नहीं निकले। जिसके चलते गंगाघाटी में भी चहलकदमी कम रही। होटल व्यवसायी विजेन्द्र पंवार ने बताया कि नववर्ष का जश्न मनाने आये पर्यटक बड़ी संख्या में अभी घाटी में ठहरे है। लेकिन ठंड के चलते वह साहसिक पर्यटन की गतिविधियों में भाग नहीं ले पा रहे है। इसका राफ्टिंग पर भी असर पड़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक पश्चिमी विक्षोभ के कमजोर पड़ने से तापमान में गिरावट आई है।