कपकोट तहसील में रातभर बिजली गुल रही
बागेश्वर। भराड़ी से पहले चीड़ का पेड़ बिजली की मुख्य लाइन में गिर गया। इससे क्षेत्र की बिजली गुल हो गई। रातभर बिजली नहीं आने से लोग परेशान रहे। क्षेत्र में लगातार हो रही बारिश व बर्फबारी से लोग बेहाल रहे। लोगों का कहना है कि उनके बिजली से चलने वाले उपकरण शोपीस बने रहे। ग्रामीण क्षेत्र में जंगली जानवरों का भय लोगों को सताता रहा। बागेश्वर- भराड़ी मार्ग पर सोमवार की देर रात बिजली की मुख्य लाइन में चीड़ का पेड़ गिर गया। इसके बाद धमाके के साथ क्षेत्र में बिजली गुल हो गई। इस कारण भराड़ी, रीठाबागड़, दुलम, बांसे, लोहारखेत, सुमगढ़, सूपी, तलाई, गांसी, मुनार, वैछम आदि गांव के लोग परेशान रहे। 25 हजार की आबादी ने इसका दंश झेला। व्यापार मंडल के पूर्व अध्यक्ष शेर सिंह ने बताया कि सोमवार की शाम छह बजे बिजली गुल हुई और आठ बजे बहाल हुई। उसके बाद फिर से बिजली गुल हो गई। तीन घंटे बिजली प्रभावित होने के बाद फिर से बहाल हुई, लेकिन रात एक बजे बाद धमाके के साथ बिजली गुल हुई तो मंगलवार की सुबह आठ बजे बहाल हुई। बिजली के अभाव में उन लोगों को सबसे अधिक परेशानी हुई जिन घरों में मांगलिक कार्य हो रहे थे। बिजली से चलने वाले उपकरण शोपीस बने रहे। इधर ऊर्जा निगम के जेई कैलाश चंद्र उप्रेती ने बताया कि रात को चीड़ पेड़ गिरने से आपूर्ति ठप हुई थी। जिसे ठीक कर दिया है।