केदारनाथ यात्रा में चमोली के घोड़ा खच्चर संचालकों के साथ नहीं होगा भेदभाव: महाराज
देहरादून। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि केदारनाथ यात्रा में चमोली जिले के घोड़ा, खच्चर संचालकों के साथ भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने घोड़ा, खच्चर लाइसेंस की सीमा को देखते हुए रुद्रप्रयाग के डीएम को इस संदर्भ में पुनर्विचार याचिका दाखिल करने के निर्देश दिए हैं। चमोली जिले के घोड़ा, खच्चर संचालकों का एक प्रतिनिधि मंडल शनिवार को पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज से मिला। इस दौरान उन्होंने आरोप लगाया कि केदारनाथ यात्रा के दौरान उनके साथ भेदभाव किया जा रहा है और उन्हें घोड़ा, खच्चर संचालन का लाइसेंस नहीं मिल पा रहा है। इस पर महाराज ने आश्वासन दिया कि उनके साथ केदारनाथ यात्रा के दौरान भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। महाराज ने रुद्रप्रयाग के डीएम को निर्देश दिए कि लाइसेंस की सीमा की वजह से यदि घोड़ा, खच्चर संचालकों का पंजीकरण नहीं हो पा रहा है तो इस मामले में पुनर्विचार याचिका दाखिल की जाए। महाराज ने कहा कि यदि डीएम के स्तर से पुनर्विचार याचिका दाखिल नहीं हो सकती तो इस संदर्भ में शासन के अधिकारियों को अवगत कराया जाए। ताकि शासन स्तर से इस मामले में पुनर्विचार याचिका दायर हो सके। महाराज ने कहा कि चमोली के घोड़ा, खच्चर संचालकों के साथ केदारनाथ यात्रा के दौरान किसी भी सूरत में भेदभाव नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार इस समस्या का समाधान जल्द कराया जाएगा।