पहाड़ों पर 25 मिनट में 108 के न पहुंचने पर लगेगा तीन गुना जुर्माना
देहरादून। अल्मोड़ा में हुए बस हादसे के बाद स्वास्थ्य मंत्री डा. धन सिंह रावत ने रिस्पांस टाइम सुधारने और 108 आपातकालीन सेवाओं की जवाबदेही तय किए जाने के निर्देश दिए। साफ किया कि तय रिस्पांस टाइम के भीतर न पहुंचने पर पैनल्टी लगाई जाएगी। पहाड़ों पर 25 मिनट और मैदान में 15 मिनट में 108 वाहन के न पहुंचने पर तीन गुना जुर्माना लगेगा। यमुना कालोनी आवास में हुई बैठक में स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि किसी भी दुर्घटना के बाद मौके पर तय समय सीमा के अंतर्गत न पहुंचने वाले 108 एम्बुलेंस वाहनों पर जुर्माना लगाया जाएगा। कुछ एम्बुलेंस को बैकअप में भी रखा जाएगा। गम्भीर मरीजों को एम्बुलेंस सीधे रैफर्ड अस्पताल में पहुंचाएगी। इसके लिए विभागीय अधिकारियों को गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दिए। स्वास्थ्य मंत्री ने अधिकारियों को 108 आपातकालीन सेवा की जवाबदेही तय करने को ठोस गाइडलाइन तैयार करने के निर्देश दिए। कहा कि भविष्य में किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर 108 एम्बुलेंस का रिस्पॉस टाइम पर्वतीय क्षेत्रों के लिये 20 से 25 मिनट तथा मैदानी क्षेत्रों के लिये 12 से 15 मिनट तय किया जाएगा। तय समय सीमा के भीतर न पहुंचने पर 108 एम्बुलेंस सेवा प्रदाता के विरूद्ध तीन गुना पैनाल्टी लगाई जाएगी। इसके साथ ही गंभीर मरीज को वाहनों की अदला बदली किए बिना ही सीधे रैफर्ड अस्पताल तक पहुंचाना होगा। इस सेवा को और बेहतर बनाने को प्रदेश भर में कुछ एम्बुलेंस को रिजर्व में भी रखा जाएगा। ताकि किसी वाहन के खराब होने पर तत्काल दूसरे वाहन की सेवा ली जा सके। प्रदेश के राजकीय मेडिकल कॉलेजों और जिला अस्पतालों को भी ऐसे समय में मरीजों को बेहतर उपचार देने के निर्देश दिए। इसके लिये उन्होंने जिला अस्पताल, मेडिकल कॉलेजों में सभी आपातकालीन सेवाएं चाक चौबंद रखने के निर्देश अधिकारियों को दिए। कहा कि जहां पर पैरामेडिकल व अन्य तकनीकी स्टॉफ की कमी है, उन अस्पतालों में जल्द ही आउटसोर्स के माध्यम से स्टॉफ की भर्ती की जाएगी। कहा कि विशेषज्ञ अस्पतालों की भर्ती को वॉक इन इंटरव्यू जारी रखे जाएं। बैठक में सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार, अपर सचिव आनंद श्रीवास्तव, अनुराधा पाल, नमामि बंसल, निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ. आशुतोष सयाना, निदेशक स्वास्थ्य डॉ. सुनीता टम्टा सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।