1983, 2007, 2011 में बिना खेले चैंपियन बने थे ये खिलाड़ी, अब यशस्वी-चहल और सैमसन हुए इस सूची में शामिल
1983 में भारत ने पहली बार कोई आईसीसी खिताब जीता था। तब टीम इंडिया कपिल देव की अगुआई में चैंपियन बनी थी। भारत इस विश्व कप में 14 सदस्यीय टीम के साथ इंग्लैंड पहुंचा था। 13 खिलाड़ी अलग अलग मैच में भारतीय टीम का हिस्सा रहे थे। सिर्फ सुनील वालसन ऐसे खिलाड़ी रहे, जिन्हें एक भी मैच खेलने को नहीं मिला था। दिलचस्प बात यह है कि वालसन ने कभी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला क्योंकि विश्व कप 1983 के बाद उन्हें कभी भी टीम इंडिया के लिए नहीं चुना गया। हालांकि, वह प्रथम श्रेणी मैच खेलते रहे। वह बाएं हाथ के मध्यम तेज गेंदबाज थे। उन्होंने 1981 से 1988 के बीच 75 मैचों में तमिलनाडु और बाद में रेलवे का प्रतिनिधित्व किया।
भारतीय टीम: कपिल देव (कप्तान), मोहिंदर अमरनाथ (उपकप्तान), कीर्ति आजाद, रोजर बिन्नी, सुनील गावस्कर, सैयद किरमानी, मदन लाल, संदीप पाटिल, बलविंदर संधू, यशपाल शर्मा, रवि शास्त्री, के श्रीकांत, दिलीप वेंगसरकर और सुनील वालसन।
पीयूष चावला – फोटो : कउउ
2007 टी20 विश्व कप में भारत ने पाकिस्तान को हराकर खिताब अपने नाम किया था। यह टी20 विश्व कप का पहला संस्करण था और टीम इंडिया ने गजब का प्रदर्शन किया था। भारत ने इस विश्व कप में सात मैच खेले थे और पांच जीते थे। स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच टॉस हुए बिना रद्द हो गया था, जबकि न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया को हार का सामना करना पड़ा था। इस विश्व कप में भारतीय 15 खिलाड़ियों के साथ गई थी और सिर्फ पीयूष चावला को छोड़कर हर खिलाड़ी टूर्नामेंट के किसी न किसी मैच में खेला था। पीयूष को एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था।
भारतीय टीम: एमएस धोनी (कप्तान), यूवराज सिंह (उपकप्तान), गौतम गंभीर, दिनेश कार्तिक, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा, रॉबिन उथप्पा, पीयूष चावला, जोगिंदर शर्मा, यूसुफ पठान, इरफान पठान, अजीत अगरकर, हरभजन सिंह, आरपी सिंह, श्रीसंत।
2011 वनडे विश्व कप
2011 वनडे विश्व कप चैंपियन टीम –
भारत ने 2011 वनडे विश्व कप में धोनी की अगुआई में टीम इंडिया दूसरी बार वनडे चैंपियन बनी थी। भारत ने फाइनल में श्रीलंका को हराया था। भारतीय टीम ने इस संस्करण में नौ मैच खेले थे और सात में जीत हासिल की थी। इंग्लैंड के खिलाफ एक मैच टाई रहा था और दक्षिण अफ्रीका से हार का सामना करना पड़ा था। विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय टीम में पहले प्रवीण कुमार को शामिल किया गया था, लेकिन टूर्नामेंट से ठीक पहले वह चोटिल हो गए थे और उनकी जगह पीयूष चावला को मौका मिला था। हालांकि, इस टीम में सभी 15 खिलाड़ी अलग-अलग मैचों में खेले थे और कोई ऐसा खिलाड़ी नहीं रहा जो बिना खेले चैंपियन बना।
भारतीय टीम: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), वीरेंद्र सहवाग, गौतम गंभीर, विराट कोहली, युवराज सिंह, एमएस धोनी, सुरेश रैना, यूसुफ पठान, पीयूष चावला, हरभजन सिंह, आर अश्विन, जहीर खान, मुनफ पटेल, आशीष नेहरा, एस श्रीसंत।
2024 टी20 विश्व कप
यशस्वी, चहल और सैमसन
भारतीय टीम इस साल टी20 विश्व कप में 15 खिलाड़ियों के साथ पहुंची थी। वहीं, कुछ रिजर्व भी थे। भारतीय टीम में चयन को लेकर इतनी जद्दोजहद थी कि शुभमन गिल और रिंकू सिंह जैसे खिलाड़ियों को रिजर्व में रहना पड़ा था। शुरुआत में चार स्पिनर्स को शामिल करने के फैसले को लेकर काफी आलोचना हुई थी, लेकिन रोहित ने दिखाया कि क्यों उनका फैसला सही था। इस विश्व कप में कुछ ऐसे खिलाड़ी भी रहे जिन्हें एक भी मैच खेलने को नहीं मिला। कप्तान रोहित ने पूरे अभियान के दौरान सिर्फ एक बदलाव किया। मोहम्मद सिराज की जगह कुलदीप यादव टीम में आए थे। वहीं, तीन खिलाड़ी ऐसे भी रहे जो सिर्फ बेंच पर बैठे रहे। इनमें यशस्वी जायसवाल, संजू सैमसन और युजवेंद्र चहल शामिल हैं।
भारतीय टीम: रोहित शर्मा (कप्तान), ऋषभ पंत (विकेटकीपर), विराट कोहली, सूर्यकुमार यादव, हार्दिक पंड्या, रवींद्र जडेजा, शिवम दुबे, अक्षर पटेल, अर्शदीप सिंह, कुलदीप यादव, जसप्रीत बुमराह, युजवेंद्र चहल, संजू सैमसन, मोहम्मद सिराज, यशस्वी जयसवाल।