यह मेरी नहीं, भारत की अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत है

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-एक्सिओम-4 मिशन लॉन्च के बाद शुभांशु शुक्ला का देश के लिए पहला संदेश
नईदिल्ली, शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत 3 अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (आईएसएस) के लिए रवाना हो गए हैं। यह मिशन आज दोपहर 12:01 बजे अमेरिका के कैनेडी स्पेस सेंटर से स्पेस-एक्स के फाल्कन-9 रॉकेट की मदद से लॉन्च किया गया। सफलतापूर्वक मिशन लॉन्च होने के बाद शुक्ला ने अंतरिक्ष यान से भारत के लिए हिंदी में बोलते हुए अपना पहला संदेश भेजा, जिसने पूरे देश को गर्व और खुशी से भर दिया है।

अंतरिक्ष से भारत के लिए अपने पहले संदेश में शुक्ला ने कहा, नमस्कार, मेरे प्यारे देशवासियों, यह शानदार यात्रा थी… 41 साल बाद हम फिर से अंतरिक्ष में हैं। इस समय हम 7.5 किलोमीटर प्रति सेकेंड की रफ्तार से पृथ्वी की परिक्रमा कर रहे हैं। मेरे कंधे पर तिरंगा है, जो बता रहा है कि मैं अकेला नहीं हूं, बल्कि आप सब मेरे साथ हैं। उनका यह संदेश पूरे देश में गर्व और भावुकता से भरा हुआ पल बन गया।
उन्होंने आगे कहा, यह मेरी अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन तक की यात्रा की शुरुआत नहीं है, बल्कि भारत के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रम की शुरुआत है। मैं चाहता हूं कि हर भारतीय इसका हिस्सा बने। आप सबका सीना भी गर्व से चौड़ा होना चाहिए और आप भी उतनी ही खुशी और जोश के साथ इस यात्रा का स्वागत करें। आइए हम सब मिलकर भारत की मानव अंतरिक्ष यात्रा की शुरुआत करें। जय हिंद, जय भारत।
एक्सिओम-4 मिशन नासा, स्पेस-एक्स और एक्सिओम स्पेस का मिलाजुला निजी मिशन है, जो आईएसएस के लिए रवाना हुआ है। इस मिशन में अमेरिका, पोलैंड, हंगरी और भारत से अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। शुक्ला को इस मिशन में पायलट की भूमिका दी गई है। यह मिशन भारत के गगनयान जैसे भविष्य के मानव अंतरिक्ष कार्यक्रमों के लिए अनुभव जुटाने का सुनहरा मौका है और भारत के अंतरिक्ष सफर में एक बड़ी उपलब्धि भी।
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